कमलनाथ सरकार ने की थी झूठी घोषणाएं- विष्णुदत्त शर्मा
पंद्रह माह में विकास तो नहीं हुआ लेकिन प्रदेश का विनाश हो गया।
खंडवा: मप्र के विकास के लिए नहीं मप्र को लूटने के लिए कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। झूठे वादे, झूठी घोषणाएं विधानसभा चुनाव में कमलनाथ और कांग्रेस ने की थी। प्रदेश के सभी किसानों का 2 लाख रूपए तक कर्जा माफ, बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साथ रोजगार भत्ता देने के साथ कई घोषणाएं की थी। सरकार बनने के बाद ये घोषणाएं झूठी साबित हुई और न किसानों का कर्जा माफ हुआ और न ही बेरोजगारों का भत्ता मिला। यहां तक कि मुख्यमंत्री श्री चैहान द्वारा प्रदेश में चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को भी बंद कर दिया गया। पंद्रह माह में विकास तो नहीं हुआ लेकिन प्रदेश का विनाश हो गया।
यह बात भाजपा प्रत्याशी नारायण पटेल के समर्थन में आयोजित जनसभा को ओंकारेश्वर में संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कही। श्री शर्मा ने कहा कि मप्र में होने जा रहे 28 स्थानों का यह उपचुनाव सिर्फ 28 सीटों का ही नहीं पूरे मप्र का चुनाव है। हम सभी यह संकल्प लें कि नारायण पटेल को ऐतिहासिक मतों से जीता कर मुख्यमंत्री श्री चैहान स्थायित्व प्रदान करेंगे। श्री शर्मा ने कहा कि इन दिनों माता की आराधाना नवदुर्गा उत्सव चल रहा है। नौ दिनों तक माता की अराधना की जाती है ऐसे समय अहंकारी कमलनाथ द्वारा एक दलित महिला का अपमान करना माता के अपमान समान है। दलित गरीब महिला जो अपने परिश्रम आगे बढ़ी और कमलनाथ के मंत्रीमंडल में भी वह केबिनेट मंत्री रही उस महिला को न पहचानते हुए आइटम शब्द से उन्हें संबोधित करना पूरे प्रदेश की महिलाओं का अपमान है। भाजपा ने 15 वर्षों में प्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाया था, यह बात जनता समझती है। भाजपा सरकार ने गरीब कल्याण की योजनाओं से जनता का मन जीता था और आज फिर से वही नेतृत्व मध्यप्रदेश को ताकत के साथ आगे ले जाने के लिए तत्पर है। इसलिए भाजपा को जनता से भरपूर समर्थन मिल रहा है। यह चुनाव प्रदेश को बचाने का चुनाव है। गरीबों के हितों का चुनाव है। दूसरी तरफ, जनता कांग्रेस के छल, भ्रम और कपट को समझ चुकी है। मीडिया प्रभारी सुनील जैन ने बताया मंच पर सांसद नंदकुमार सिंह चैहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल, कृषि मंत्री कमल पटेल, खण्डवा विधायक देवेंद्र वर्मा ,पंधाना विधायक राम दांगोरे, टिमरनी विधायक संजय शाह, पूर्व विधायक राजकुमार मेव, नंरेंद्र सिंह तोमर, राजेन्द्र सोलंकी, गोविंदसिंह तोमर, सूरजपालसिंह, कैलाश पाटीदार, अरूणसिंह मुन्ना, भरत पटेल, मंगल यादव, राजेन्द्र राठौड़, अमर सिंह मीणा सहित कई वरिष्ठ नेता पार्टी पदाधिकारीगण उपस्थित थे।