क्राइम पेट्रोल देख बच्चों ने रची दोस्त के अपहरण के साजिश…फिर सामने आया चौंकाने वाला सच
पुलिस अधिकारी की मानें तो उन्होंने क्राइम पेट्रोल देखकर ये सारी साजिश को अंजाम दिया।
मामला एनकेजे थाना क्षेत्र का है, जहां एक बच्चे के अपहरण व फिरौती में 30 लाख रूपए मांगने की जानकारी लगते ही पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए। फिर क्या था पुलिस ने परिजनों से लगातार अपहरणकर्ताओं के सम्पर्क में बने रहने की बात कही और खुद सायबर सेल की मदद से उनकी मोबाइल की लोकेशन का पता लगाने लगी। जिसके बाद पुलिस की अलग-अलग टीमें मोबाइल की लोकेशन के आधार पर अपहरणकर्ताओं के ठिकाने पर जा पहुंची, तो उनके कान खड़े हो गए। गिरफ्त में आने के बाद नाबालिगों ने जो बताया आप भी सुनकर हैरान रह जाएंगे। पूछताछ में ये सामने आया कि चार-पांच बच्चों ने मिलकर अपने एक साथी के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी और उस पर अमल करते हुए परिजनों से 30 लाख रूपए फिरौती की मांग करने लगे। 30 लाख रूपए से शुरू हुआ सौदा आखिरी में 5 लाख रूपए तक पहुंच गया। इसी बीच पुलिस वहां पहुंच गई और नाबालिग बालकों की झूठी कहानी का पर्दाफाश हो गया।
पुलिस अधिकारी की मानें तो उन्होंने क्राइम पेट्रोल देखकर ये सारी साजिश को अंजाम दिया। थाना प्रभारी की मानें तो एक बच्चे के सिर पर कर्ज था और जिस कारण उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। फिर पीड़िता यानी दोस्त के पिता को धमकी देकर पैसे मांगे गए। पुलिस ने बच्चों पर मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। पुलिस से इस बात का भी पता चला कि इन बच्चों ने ये कार्रवाई क्राइम पेट्रोल देखकर की है। मामला चाहे जो भी हो लेकिन एक बात तो साफ़ है कि टीवी और मोबाइल से बच्चों की जिंदगी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। जिसके चलते वो गलत चीज को अंजाम देने से भी नहीं डरते। जिसका खामियाजा उनके परिजनों को देना पड़ता है।