गुरुग्राम में प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट, स्वच्छ आबोहवा ने दिलाई लॉकडाउन की याद
कम होते वायु प्रदूषण से डाक्टर भी खुश है। स्वास्थ्य विभाग की वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर काजल कुमुद का कहना है कि दमा मरीजों के लिए बेहतर मौसम है और वह घर से बाहर निकल सकते हैं। धूप में बैठ सकते हैं।
गुरुग्राम। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल साइबर सिटी की आबोहवा एक बार फिर से स्वच्छ हो गई। लोगों को नीला आसमान दिखा। यही कारण है कि लोग यह कहने लगे हैं कि इस प्रकार के माहौल ने लाकडाउन के दौर के समय को याद दिला दिया है। उस दौरान लंबे समय तक इसी प्रकार का दृश्य दिखा था।
लंबे समय के बाद बुधवार को वायु प्रदूषण का स्तर इतना कम दर्ज किया गया कि लाकडाउन के दौरान का वातावरण दिखाई दिया। शहर की सड़कों पर वाहनों की संख्या और रेहड़ी वालों का कब्जा बरकरार है फिर वायु प्रदूषण का स्तर बहुत कम दर्ज किया गया। पिछले एक माह से शहर में जहरीली हवा बनी हुई थी वहीं दो दिन से लोगों से स्वच्छ हवा में सांस लेने को मिल रही है। बुधवार को शहर में वायु प्रदूषण पीएम 2.5 का स्तर 138 दर्ज किया गया। इस माह लगातार दूसरा दिन है कि शहर में वायु प्रदूषण का स्तर कम दर्ज किया गया है। मंगलवार को वायु प्रदूषण पीएम 2.5 का स्तर 166 दर्ज किया गया था।
कम होते वायु प्रदूषण से डाक्टर भी खुश है। स्वास्थ्य विभाग की वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर काजल कुमुद का कहना है कि दमा मरीजों के लिए बेहतर मौसम है और वह घर से बाहर निकल सकते हैं। धूप में बैठ सकते हैं।
बुधवार को शहर के अलग-अलग हिस्से में वायु प्रदूषण
- लघु सचिवालय के आसपास पीएम 2.5 का स्तर 138
- ग्वाल पहाड़ी के पास पीएम 2.5 का स्तर 167
- सेक्टर 51 के आसपास पीएम 2.5 का स्तर 104
- गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड टेरी स्थित पीएम 2.5 का स्तर 179
- मानेसर में पीएम 2.5 का स्तर 145
1 नवंबर को वायु प्रदूषण पीएम 2.5 का स्तर 394
- 2 नवंबर को 338
- 3 नवंबर को 381
- 4 नवंबर को 354
- 5 नवंबर को 487
- 6 नवंबर को 446
- 7 नवंबर को 488
- 8 नवंबर को 470
- 9 नवंबर को 500
- 10 नवंबर को 499
- 11 नवंबर को 377
- 12 नवंबर को 283
- 13 नवंबर को 377
- 14 नवंबर को 450
- 15 नवंबर को 450
- 16 नवंबर को 381
- 17 नवंबर को 166
- 18 नवंबर को 138