बेटा जीता तो बिहारी बाबू की जय-जय, हार पर बढ़ेगा अपमान
बिहार विधानसभा चुनाव- 2020 में बिहारी बाबू ने अपने बेटे लव कुमार सिन्हा को कांग्रेस के टिकट पर पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र ( Bankipur assembly constituency) से चुनाव लड़वा रहे हैं। सिन्हा को राजद महागठबंधन का समर्थन प्राप्त है।
पटना। Bihar Chunav 2020 राजनीति में समय कितना बलवान होता यह बिहारी बाबू के नाम से मसहूर बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा से बेहतर कोई नहीं बता सकता है। एक समय था जब बिहारी बाबू बिहार में भाजपा की तरफ से सीएम मैटेरियल कहे जाते थे। भाजपा ने भी उन्हें कम सम्मान नहीं दिया। वह भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़े होते थे। उन्हें राज्यसभा भेजा गया। पटना साहिब से वह भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य भी चुने गए। केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रहे। साल 2014 में सिन्हा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया तो वे बागी बन गए। 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से लड़ा। भाजपा प्रत्याशी रवि शंकर प्रसाद ने बिहार बाबू को चुनाव में पराजित कर दिया। यह बिहारी बाबू के लिए किसी अपमान से कम नहीं था। अब बिहारी बाबू के बेटे लव सिन्हा ने पिता का मान-सम्मान बढ़ाने का बीड़ा उठाया है।
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बिहारी बाबू के बेटे
बिहार विधानसभा चुनाव- 2020 में बिहारी बाबू ने अपने बेटे लव कुमार सिन्हा को कांग्रेस के टिकट पर पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र ( Bankipur assembly constituency) से चुनाव लड़वा रहे हैं। सिन्हा को राजद महागठबंधन का समर्थन प्राप्त है। बेटे की जीत के लिए शत्रुघ्न सिन्हा क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। यहां लव कुमार सिन्हा का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी नितिन नवीन से है। बांकीपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में नवीन सिन्हा ने 1995 में कब्जा जमाया था। नवीन किशोर सिन्हा के निधन के बाद 2010 से उनके पुत्र नितिन नवीन इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख व सीएम कैंडिडेट पुष्पम प्रिया चौधरी भी इस क्षेत्र से मैदान में कूदी हैं। हालांकि उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मान्यता मिली है। राजधानी में 871 एकड़ में बसने वाले स्मार्ट सिटी का अधिकतर इलाका बांकीपुर क्षेत्र का ही है। अभी हाल यह है कि राजधानी को स्मार्ट बनाने के चक्कर में अधूरी पड़ी परियोजनाएं समस्याएं बनी हुई हैं। अगर लव सिन्हा चुनाव जीत गए तो बिहारी बाबू का मान-सम्मान बढ़ेगा। हार गए तो बिहारी बाबू के लिए बड़ा झटका होगा।
प्रचार में सोनाक्षी सिन्हा का इंतजार
कांग्रेस प्रत्याशी लव सिन्हा के प्रचार में उनके पिता शत्रुघ्न सिन्हा डटे हुए हैं। हालांकि अब तक लव सिन्हा की बहन और फिल्म अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपने को प्रचार से अलग रखा है। जनता प्रचार मैदान में सोनाक्षी की एंट्री का इंतजार कर रही है। हालांकि यह तय नहीं है कि वो भाई के लिए वोट मांगने आएगी या नहीं।
कायस्थ मतदाता निर्णायक भूमिका में
बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में कायस्थ जाति के मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। संयोग से कांग्रेस के लव सिन्हा और भाजपा के नितिन नवीन दोनों कायस्थ जाति से हैं।