मध्य प्रदेश विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष ने कहा, डीआइजी और एडीएम की शह पर विधायक आरिफ मसूद ने कराया प्रदर्शन
रामेश्वर शर्मा ने कहा कि आरिफ मसूद शहर का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। वे डर का माहौल बनाना चाहते हैं।
भोपाल। भोपाल। फ्रांस से उठे विवाद के बाद प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी इस्लाम को लेकर उग्र प्रदर्शन हुआ था। इस मामले में विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा कि डीआइजी इरशाद वली, एसडीएम जमील खान की शह पर विधायक आरिफ मसूद ने यह प्रदर्शन करवाया था। वास्तव में मसूद शहर का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। वह डर का माहौल बनाना चाहते हैं।
शर्मा के पक्ष में सांसद साध्वी प्रज्ञा, भाजपा नेता हितेश वाजपेयी भी आ गए हैं। इसके अलावा कुछ हिंदूवादी संगठन भी इस मसले पर प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। इस मामले में भोपाल पुलिस और जिला प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है कि आखिर कैसे इतने सारे लोग बिना अनुमति के जमा हो गए? गौरतलब है कि कुछ दिन पहले दुर्गा प्रतिमा की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर महज दो-तीन दर्जन लोगों के एकत्रित होने पर पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया था
धमकी मामले पर बोले
रामेश्वर शर्मा ने ये भी कहा कि उन्हें जावेद अख्तर नाम के शख्स ने उनके फेसबुक एकाउंट पर जान से मारने की धमकी दी थी। उनके निर्देश पर विधानसभा के संचालक, सुरक्षा ने रविवार दोपहर करीब दो बजे भोपाल पुलिस को इस बारे में शिकायत कर एफआइआर के लिए कहा था। लेकिन डीआइजी ने इस मामले में एफआइआर दर्ज करना तो दूर, उनसे बात करना तक ठीक नहीं समझा। जबकि प्रोटोकॉल के नाते उन्हें तत्काल अध्यक्ष से चर्चा कर उनकी सुरक्षा बढ़ानी चाहिए थी।
वहीं इस मामले में में एसडीएम जमील खान का कहना है कि नियमानुसार जो कार्रवाई वह कर सकते थे, उन्होंने की। वह इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते।
यह है मामला
फ्रांस में पैंगबर के कार्टून को लेकर उठे विवाद के बाद विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल में गुरुवार को प्रदर्शन किया था। इसे लेकर विधानसभा के सामायिक अध्यक्ष ने कहा था कि फ्रांस के मामले में यहां प्रदर्शन का क्या औचित्य है। जिसे प्रदर्शन करना है, वो फ्रांस चला जाए। इसे लेकर जावेद अख्तर नाम के शख्स ने शर्मा के फेसबुक एकाउंट पर उन्हें जान से मारने की धमकी दे दी थी। इस पर भोपाल क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर लिया है।
डीआइजी इरशाद वली से सीधी बात
सवाल- इकबाल मैदान में हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो जाती है। आप मानते हैं कि पुलिस का सूचना तंत्र फेल हुआ था?
जबाव- ऐसा मेरा मानना बिल्कुल नहीं है। पुलिस को पूरी जानकारी थी। आला अधिकारियों को पूरी जानकारी दी गई थी। पूरा स्थिति पर नजर रखी जा रही थी। अनुमति लेकर प्रदर्शन करने वालों ने नियमों का उल्लंघन किया। उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी भी हुई है।
सवाल – एक तरफ रोशनपुरा पर पुलिस प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाती है और इकबाल मैदान पर खामोश रहती है। आपको नहीं लगता यह भेदभाव है?
जबाव- ऐसा नहीं है। समीक्षा करने के बाद ही स्थिति पर निर्णय लिया जाता है। इससे ज्यादा इस मामले मैं कुछ नहीं बोलना चाहता।
सवाल- विधायक रामेश्वर शर्मा को धमकी दिए जाने के मामले में एफआइआर में देरी क्यों हुई?
जबाव- कोई देरी नहीं हुई। उनकी शिकायत मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और मामले की जांच में लग गई है। जल्द ही आरोपित की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।