मैं सिर्फ मुसलमान औरत नहीं, हिंदुस्तान की मुसलमान औरत हूं… शाह बानो केस से प्रेरित फिल्म का टीजर जारी, इमरान हाशमी-यामी गौतम आमने-सामने

डायरेक्टर सुपर्ण वर्मा ने इमरान हाशमी और यामी गौतम के साथ ‘हक’ के नाम से एक फिल्म बनाई है, जो 1985 की सच्ची कहानी से प्रेरित है. ये कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म है, जिसमें यामी गौतम एक मुस्लिम महिला के रोल में अपने हक की लड़ाई लड़ती दिखेंगी. 23 सितंबर को इस फिल्म का टीजर रिलीज कर दिया गया है.

टीजर में दिखाया गया है कि इमरान हाशमी अहमद खान का किरदार निभा रहे हैं और यामी गौतम उनकी पत्नी शाजिया बानो के रोल में हैं. अहमद अपनी पत्नी को तलाक दे देता है और मेंटेनेंस देने से इनकार करता है. उसके बाद शाजिया अपना हक पाने के लिए आवाज बुलंद करती हैं. इस टीजर में यामी के कई डायलॉग्स हैं.

यामी गौतम के डायलॉग्स

एक सीन में वो कहती हैं, “हम सिर्फ शाजिया बानो हैं और हमारी लड़ाई सिर्फ एक ही चीज की रही है, हमारा हक.” एक दूसरे सीन में दिखाया गया है कि कोई शाजिया को सलाह देता है कि इस मामले के लिए उन्हें काजी के पास जाना चाहिए थे. इसपर वो जवाब में कहती हैं, “अगर हमारे हाथों किसी का खून हो जाए तो भी क्या आप यही कहेंगे कि हम कहीं और जाएं.” एक सीन में यामी कहती हैं, “हम सिर्फ मुसलमान औरत नहीं, हिन्दुस्तान की मुसलमान औरत हैं. इसी मिट्टी में पले-बढ़े हैं. इसलिए कानून हमें भी उसी नजर से देखे, जैसे बाकी हिंदुस्तानियों को देखता है.”

शाह बानो के हक में आया था फैसला

दरअसल, ऐसा ही मामला शाह बानो नाम की महिला के साथ हुआ था, जिसके बाद वो अपना हक पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई थीं. 1985 में कोर्ट ने उनके हक में फैसला सुनाया था. देशभर में इस मामले की काफी ज्यादा चर्चा हुई थी. टीजर में भी दिखाया गया कि ये मामला देश का मामला था. इमरान कोर्ट में कहते हैं, “क्या शरीयत का मामला अब कोर्ट में डिस्कस होगा.” इसपर उन्हें जवाब मिलता है, “ये अब आपका पर्सनल मामला नहीं रहा, पूरा मुल्क इसमें आने वाला है.” ये फिल्म 7 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.

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