अमृतसर: पंजाब सरकार द्वारा मैरिज फंक्शंस आदि के लिए होटल/रिसोर्ट्स में सर्व की जाने वाली शराब के रेटों में भारी गिरावट के कारण जहां पर खप्तकारों ने राहत महसूस की है, वहीं पर फंक्शन्स के दौरान शराब की खप्त आगे से कहीं अधिक बढ़ जाएगी।
उधर, इसका एक साइड इफैक्ट यह भी है कि इससे मैरिज पैलेस, होटल व रिसॉर्ट के मालिकों को चौक्स और सतर्क रहना होगा, क्योंकि फंक्शन के दौरान शराब की खप्त जो ‘फंक्शन की ताकत, मेहमानों की उपस्थिति, कैटरिंग की क्षमता’ के सामने ‘जी.एस.टी. की वसूली’ को निश्चित कर देगी।
यदि हम पहले की अपेक्षा तुलना करें तो जिन कीमतों पर शराब अब फंक्शन के ‘होस्ट’ को उपलब्ध होगी, उसके अनुसार हर फंक्शन में शराब की खप्त निरंतर बढ़ेगी। इस पेशे से जुड़े माहिर लोगों का कहना है कि महंगी शराब होने के कारण हर कोई परिवार जो फंक्शन्स का अरेंजमैंट करता है, अपने फंक्शन के दौरान नाममात्र शराब की खरीद ही करता रहा है। कारण यह है कि शराब का बजट विवाह के सभी खर्चों से ऊपर बढ़ जाता था। उदाहरण के तौर पर यदि किसी फंक्शन में 500 से अधिक लोग हों तो खर्चे के नाम पर शराब की खरीद अक्सर आयोजक की क्षमता पर भारी पड़ जाती थी। नतीजन फंक्शन का आयोजनकर्त्ता या तो सस्ती कीमत की शराब अपने फंक्शन के लिए खरीदता था व उसे दारू की मात्रा कम लेनी पड़ती थी या फिर उसे परिवार को क्वालिटी से कंप्रोमाइज करना पड़ता था। इन हालातों से जूझते हुए उसे शराब के बजट को सीमित करना पड़ता था।
होटल व कैटरिंग के पेशे से जुड़े लोगों का कहना है कि जिस प्रकार आबकारी विभाग के कमिश्नर जितेंद्र जोरवाल (आई.ए.एस.) ने शराब के रेटों की की लिस्ट जारी की है, उससे अब आने वाले समय में उसके अनुसार शराब की लागत आगे से बढ़ जाएगी, जिसका लाभ शराब के ठेकेदारों और सरकार को बराबर मिलेगा। कारण यह कि आयोजक अब अपने फंक्शन में शराब की खरीद खुलकर करेगा।
सरकार के जी.एस.टी. में होगी वृद्धि
बताना जरूरी है कि यदि शराब नए रेटों पर लागू होती है तो फंक्शन में मेजबानों द्वारा अधिक लोगों को आमंत्रित किया जाएगा और इसके कारण फंक्शन के दौरान कैटरिंग में भी भारी वृद्धि हो सकती है। इसका सीधा लाभ जी.एस.टी. विभाग को भी मिलेगा, क्योंकि जितनी कैटरिंग बढ़ेगी उसी के अनुसार जीएसटी भी अधिक मिलेगा।
सरकार व शराब के ठेकेदार दोनों ही रहेंगे फायदे में!
शराब के धंधे से जुड़े पुराने लोगों का कहना है कि इस तरीके से यदि शराब बिकती है तो शराब की सेल बढ़ जाएगी, जिसके कारण शराब के ठेकेदारों को भी लाभ होगा और सरकार को भी इससे अधिक आबकारी रैवेन्यू मिलेगा। जितनी भी सेल बढ़ती है, व्यापार के नियम के मुताबिक कमाई उतनी अधिक होती है।
कैटरिंग कम दिखाई तो… शराब की खपत खोलेगी पोल!
शराब सस्ती हो जाने के कारण विवाह शादियों के फंक्शन बढ़ जाएंगे। देखा जा रहा था कि पिछले समय में वेडिंग और रिसैप्शन ही पैलेस, होटल और रिसॉर्ट आदि में आयोजित होते थे, जबकि बाकी के फंक्शन घरों में ही हो जाते थे। वहीं नए सिस्टम के मुताबिक यदि शराब इन कीमतों पर मिलेगी तो, बैंकट-हॉल, कलब बड़े रेस्टोरैंट्स आदि में भी छोटे व कम बजट के फंक्शन आयोजित होंगे।
उधर, इन स्थानों पर कैटरिंग पर 18 प्रतिशत अतिरिक्त तौर पर जी.एस.टी. पंजाब सरकार को मिलेगा। सरकार को इसका तभी पता चल जाएगा कि इस फंक्शन में कितनी शराब की खप्त हुई है? और कैटरिंग से टैक्स कितना वसूल हुआ? उधर यदि इसमें शराब की खप्त अधिक और कैटरिंग का बिल कम बना तो.. तुरंत होटल/रिसोर्ट अथवा फंक्शन स्थल के प्रबंधक जी.एस.टी. विभाग की कानूनी पकड़ में आ जाएंगे।
