Day: May 2, 2022

  • सोने चांदी में आज बड़ी गिरावट, सस्ती हुईं कीमती मेटल्स, चेक करें लेटेस्ट प्राइस

    Gold Silver Rate Update Today 2nd May: अगर आज सोने चांदी की खरीदारी करने निकले हैं तो आपको काफी अच्छे दाम मिलेंगे क्योंकि आज सोना और चांदी बड़ी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं.

    Gold Silver Rate Update: अक्षय तृतीया से पहले आज सोने और चांदी के दाम में गिरावट देखी गई है और ये निचले भाव पर मिल रहे हैं. सोने और चांदी में आज बड़ी गिरावट देखी जा रही है. 3 मई यानी कल अक्षय तृतीया है और इस दिन सोने-चांदी या अन्य वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है और ये माना जाता है कि इस दिन खरीदे गए सामान का क्षय नहीं होता.

    एमसीएक्स पर सोना और चांदी के दामएमसीएक्स पर सोना 674 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर पर बना हुआ है. आज सोना 1.30 फीसदी की गिरावट के साथ 51,080 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट पर कारोबार कर रहा है. सोने का ये कारोबार जून वायदा के लिए देखा जा रहा है.

    चांदी में 900 रुपये से ज्यादा की गिरावटएमसीएक्स पर आज सोने के साथ साथ चांदी के दाम में भी गिरावट देखी जा रही है और चांदी काफी सस्ती बिक रही है. चांदी के कारोबार में आज 911 रुपये प्रति किलो की गिरावट देखा जा रही है. चांदी में आज 1.43 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी 62645 रुपये प्रति किलो के रेट पर कारोबार कर रही है और ये रेट मई कारोबार के लिए है.

    दिल्ली-मुंबई में सोने के रेटदिल्ली में 22 कैरेट सोने का दाम 1190 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ 47200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट पर कारोबार कर रहा है. वहीं 24 कैरेट सोने के रेट आज 1280 रुपये की गिरावट के साथ 51510 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहे हैं.

    मुंबई में सोना कितना सस्तामुंबई में भी सोना आज सस्ता मिल रहा है और 22 कैरेट सोने का दाम 1190 रुपये कम होकर 47200 के रेट पर मिल रहा है. वहीं 24 कैरेट सोने का दाम 1280 रुपये सस्ता होकर 51510 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है.

  • रमजान का सबसे लंबा रोजा आज

    ईद का त्योहार इस बार 3 मई यानी मंगलवार को मनाया जाएगा। सऊदी अरब में रविवार को चांद न दिखाई देने के चलते अब ईद कल मनाई जाएगी। आज रमजान का आखिरी और सबसे लंबा रोजा रखा जाएगा जो कि 15 घंटे 11 मिनट का होगा। ईद  मुस्लिम लोगों के लिए काफी बड़ा त्योहार माना जाता है। ईद-उल-फितर को भाईचारे और अमन का पैगाम लाने वाला त्योहार माना जाता है। वहीं पिछले दो सालों से कोरोना प्रतिबंधों को झेल रहे लोग इस बार ईद पर खूब खरीदारी कर रहे हैं। ईद के कारण देशभर के बाजारों में धूम मची है और सभी में लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है।उत्तर प्रदेश में ईद उल फितर से पहले वाराणसी के बाजारों में लोंगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लोगों ने आज से ही अपनी खरीदारी करनी शुरू कर दी है। एक दुकानदार ने बताया, “पिछले 2 साल जैसे बीते हैं उसके मुकाबले इस साल हमारा काम अच्छा चल रहा है। भारी संख्या में लोग खरीदारी करने बाजारों में आ रहे हैं।

  • सीता नवमी का व्रत शुभ मुहूर्त में रखें इस दिन, घर में होगी शांति और बनी रहेंगी सुहागन

    हिंदू धर्म में त्योहारों का विशेष महत्व होता है. वैशाख के महीने (vaishakh month 2022) में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मां सीता प्रकट (sita navami) हुई थी. इसलिए, हर साल इस दिन जानकी नवमी, सीता नवमी, सीता जयंती (sita navami 2022) के रूप में मनाते हैं.

    सीता नवमी के दिन सुहागिनें भगवान श्रीराम माता सीता (sita navami 2022 hindi) की विधिवत पूजा करती हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से सुहागिनों का सुहाग बना रहता है घर में सुख शांति बनी रहती है. तो, चलिए आपको बताते हैं कि इस दिन सीता नवमी का व्रत किस दिन किस मुहूर्त में रखा जाएगा.

    सीता नवमी 2022 तिथि

    वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी का व्रत रखा जाएगा. साल 2022 में ये तिथि 10 मई (sita navami 2022 date) को होगी. माना जाता है कि मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र में माता सीता का जन्म हुआ था. देवी सीता का विवाह भगवान राम से हुआ था, जिनका जन्म भी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष के दौरान नवमी तिथि को हुआ था. हिंदू कैलेंडर में सीता जयंती रामनवमी के एक महीने बाद आती है.

    सीता नवमी 2022 शुभ मुहूर्त

    इस दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो, वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 9 मई 2022 यानी कि सोमवार को 6 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी. वहीं वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 10 मई 2022 यानी कि मंगलवार को 7 बजकर 24 मिनट तक समाप्त (sita navami 2022 shubh muhurat) हो जाएगी.

  • होने वाला है साल का पहला चंद्रग्रहण, जानिए तारीख और समय, किन देशों में देगा दिखाई?

    वैशाख मास की अमावस्या पर साल का पहला सूर्यग्रहण हुआ था और अब 16 मई, सोमवार को साल का पहला चंद्रग्रहण होने जा रहा है। 30 अप्रैल को हुआ सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया, उसी तरह 16 मई को होने चंद्रग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा।

    इसलिए इस चंद्रग्रहण का प्रभाव भी भारत में नहीं माना जाएगा। आगे जानिए 16 मई को होने वाले चंद्रग्रहण से जुड़ी खास बातें.

    कब होगा पहला चंद्रग्रहण? (When will the first lunar eclipse of the year 2022 happen?)
    ज्योतिषियों के अनुसार साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई, सोमवार को होगा। इस दिन वैशाख मास की पूर्णिमा रहेगी। ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां इसके सूतक आदि नियम मान्य नहीं होंगे। भारतीय समय के अनुसार, चंद्रग्रहण की शुरूआत 16 मई की सुबह 07.58 से होगी और अंत 11.58 पर होगा। इस ग्रहण का प्रभाव दक्षिणी/पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी/पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पैसिफिक, अटलांटिक, अंटार्कटिका, हिन्द महासागर में देखने को मिलेगा।

    क्यों होता है चंद्रग्रहण, जानिए धार्मिक नजरिए से.
    – पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब स्वर्ग से देवी लक्ष्मी चली गईं तो वह श्रीहीन हो गया। स्वर्ग की वैभवता को लौटाने और समुद्र से रत्न प्राप्त करने के लिए देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया। इसके लिए भगवान वि्ष्णु कच्छप यानी कछुए का रूप लेकर सुमेरु पर्वत के आधार बने और वासुकि को नेति बनाया गया।
    – समुद्र मंथन के अंत में भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर निकले। जिसे पाने के लिए देवताओं और दैत्यों में युद्ध होने लगा। तब भगवान विष्णु मोहिनी अवतार लेकर दोनों पक्षों को अमृत पिलाने लगे। लेकिन वास्तव में वे सिर्फ देवताओं को ही अमृत पिला रहे थे।
    – ये बात स्वर्भानु नामक दैत्य को पता चल गई और वह देवताओं का रूप लेकर उनके साथ बैठ गया। चंद्रमा और सूर्यदेवता ने उसे पहचान लिया और ये बात उन्होंने मोहिनी रूप भगवान विष्णु को बता दी।
    – भगवान विष्णु ने चक्र से उसका सिर काट दिया। उसी दैत्य का सिर राहु कहलाया और धड़ केतु। ऐसी मान्यता है कि राहु-केतु समय-समय सूर्य और चंद्रमा को जकड़ लेते हैं, जिससे सूर्य व चंद्रग्रहण होता है।

  • हेड कांस्टेबल ने फांसी लगाईः सुबह पत्नी ने चाय देने के लिए दरवाजा खटखटाया तो नहीं खोला, पड़ोसियों ने जब तोड़कर अंदर देखा तो फंदे से लटक रहा था शव

    इंदौर। इंदौर में हेड कांस्टेबल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक हेड कांस्टेबल मोहन इंदौर के पुलिस लाइन में द्वारकापुरी थाने में पदस्थ था। पुलिसकर्मी पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में था। पूरा मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन का है।

    मेले पापा की छादी में जलूल छे जलूल आनाः युवक को 15 साल में तीन युवतियों से हुआ प्यार, बारी-बारी से तीनों को भगाकर घर ले आया, सभी से 6 बच्चे भी हुए, अब बच्चों के सामने एक ही मंडप में तीनों के साथ लिए 7 फेरे

    हेड कांस्टेबल मोहन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मोहन पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था। मंगलवार सुबह पत्नी ने चाय देने के लिए दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो हेड कांस्टेबल मोहन फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।

    परिजनों ने राजेंद्र नगर को सूचना देकर बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। मोहन द्वारकापुरी थाने में पदस्थ था इसके पहले मोहन राजेंद्र नगर थाने में भी पदस्थ रह चुका है। पिछले कुछ दिनों से मोहन डिप्रेशन में चल रहा था। इसके कारण आत्महत्या का कदम उठाने की बात सामने आ रही है। पत्नी जिला कोर्ट में बाबू के पद पर पदस्थ है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

  • मंदिर में बलि देने पर दो पक्षों के बीच जमकर विवाद, पत्थरबाजी और चले लाठी-डंडे, आधा दर्जन से अधिक घायल, जानिए पूरा मामला

    बालोद. जिले के मंचुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तुएगोंदी में दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी और लाठीठंडे से मारपीट की घटना हुई है. घटना में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं, जिसमें कुछ लोग अस्पताल में भर्ती हैं. साथ ही कुछ लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

    बता दें कि, मामला जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जामड़ी पाठ पाटेश्वर धाम मंदिर से जुड़ा है. जानकारी के अनुसार रविवार को पाटेश्वर धाम मंदिर के पहाड़ी वाले मंदिर में तुएगोंदी गांव के कुछ ग्रामीण और अन्य लोग पहुंचकर बकरा और मुर्गियों की बलि देकर वापस लौट गए. इसकी जानकारी हिंदू धर्म से जुड़े लोगों को होने पर अलग-अलग क्षेत्र के लोग गांव तुएगोंदी पहुंच गए. जहां दोनों पक्षों के बीच वाद-विवाद हुआ और मामला बढ़कर पत्थरबाजी से लेकर लाठी डंडे पर पहुंच गया.

    मामले को देखते हुए जिले के पुलिस अधिकारी के अलावा मंचुआ थाना सहित आसपास थाने की पुलिस अधिकारी और बल मौके पर पहुंचकर मामले को नियंत्रित किया. वहीं मारपीट में घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. साथ ही कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. तनाव की स्थिति को देखते हुए रविवार से गांव में पुलिस बल तैनात किए गए हैं. वही मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के कलेक्टर, दुर्ग रेंज आईजी और पुलिस अधीक्षक बालोद डौंडीलोहारा थाने में देर रात तक मौजूद रहे.

  • सेमिनार में देश-विदेश के 35 डॉक्टर्स हुए शामिल, मेडिकल के क्षेत्र में जबलपुर को अव्वल बनाने हुई चर्चा

    जबलपुर में मेडिकल सुविधाओं को लेकर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में देश-विदेश से आए करीब 35 डॉक्टर्स शामिल हुए। संगोष्ठी का उद्देश्य जबलपुर को मेडिकल क्षेत्र में अव्वल बनाना रहा। इस सेमिनार में देश-विदेश के डॉक्टरों ने अपने-अपने एक्सपीरियंस शेयर किए और भविष्य में मेडिकल क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा।

    संगोष्ठी में इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे जबलपुर को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अव्वल बनाया जाए । साथ ही जबलपुर से इलाज के लिए नागपुर या दूसरे शहर जाने वाले लोगों को कैसे रोका जाए। मेडिकल सुविधाओं को लेकर भी सेमिनार में चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने अपने अनुभव शेर किए

    वहीं संगोष्ठी में शामिल होने आए डॉ अभिषेक श्रीवास्तव (एमडी, डीएमएससी, एंडोक्राइनोलॉजिस्ट-इंग्लैंड) ने बताया कि उनकी कोशिश है कि लोगों में यह विश्वास पैदा किया जाए कि जबलपुर अब वह शहर नहीं रहा, जहां से इलाज के लिए लोगों को बाहर जाना पड़े।

  • राज्य के कमर्चारियों के लिए CM ने की बड़ी घोषणा, कर्मचारी अब भी नाखुश, कहा – जो मिला वो ऊंट के मुंह में जीरा जैसा

    रायपुर. राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 मई श्रमिक दिवस के दिन राज्य के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी घोषणा करते हुए DA में 5 प्रतिशत की वृद्धि की थी, लेकिन सीएम के इस घोषणा के बाद भी कर्मचारी नाखुश नजर आ रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि ये सिर्फ ऊंट के मुंह मे जीरा है.

    दरअसल, राज्य के कर्मचारियों ने केंद्र के कर्मचारियों के बराबर DA 34 प्रतिशत की मांग कर रहे थे, लेकिन DA 5 प्रतिशत ही बढ़ा है. यानी वर्तमान में 17 प्रतिशत DA राज्य के कर्मचारियों को मिलता जो अब बढ़कर 22 प्रतिशत हो जाएगा.

    राज्य सरकार ने 1 मई से केवल 5 प्रतिशत महंगाई भत्ते की घोषणा की है, जो निराशाजनक है. एरियर्स और पुराने लंबित महंगाई भत्ते को जो राज्य के कर्मचारियों का हक था, उसे सरकार ने छीन लिया. जिससे राज्य के कुशल वित्तीय प्रबंधन और बेहतर आर्थिक स्थिति का दावा खोखला साबित होता है. राज्य के कर्मचारी निराश हताश और आक्रोशित हैं. पुनः राज्य के कर्मचारी ठगे से महसूस कर रहे हैं. ये बात शालेय शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कही है.

    वहीं छतीसगढ़ टीचर्स एसोशिएशन के प्रदेशाध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि, वर्तमान स्थिति में महंगाई अपने चरम पर है. ऐसे में राज्य के कर्मचारी अपना गुजारा कैसे करेंगे. हमारी मांग थी कि, केंद्र के बराबर 34 प्रतिशत महंगाई भत्ते में वृद्धि हो चाहिए. लेकिन सिर्फ 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इससे कर्मचारी बेहद नाखुश हैं. DA में 5 प्रतिशत की वृद्धि किस आधार पर हुई ये समझ से परे है. मुख्यमंत्री से हमें अपेक्षा है कि, राज्य के कर्मचारियों के हित का ध्यान रखते हुए हमारी मांग को वो पूरा करेंगे और केंद्र के समान हमें भी महंगाई भत्ता दिया जाएगा.

    मंत्रालय सिविल लेखक संघ के अध्यक्ष देवलाल भारती ने बताया कि, महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इससे कमर्चारियों में खुशी की लहर तो है ही, साथ ही साथ निराशा भी है. हमारी मांग थी कि केंद्र के बराबर हमें भी 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलना चाहिए, लेकिन वो नहीं मिला है. बढ़ती महंगाई को लेकर राज्य के कमर्चारियों ने केंद्र के बराबर DA की मांग मुख्यमंत्री से की थी, लेकिन वृद्धि सिर्फ 5 प्रतिशत ही हुआ है. आज शाम मंत्रालय में सभी अधिकारी कर्मचारियों की एक मीटिंग रखी गई है, जिसमें आगे की रूप रेखा तय की जाएगी. पिछले दिनों हमने मुख्यमंत्री जी का सम्मान समारोह आयोजित किया था, जिसमें मुख्यमंत्री जी ने घोषणा की थी कि राज्य के कर्मचारियों को जल्द ही बड़ी खुशी मिलने वाली है. हम सब की मांग है कि, मुख्यमंत्री केंद्र के बराबर हमें महंगाई भत्ता दें.

  • 14 मई के बाद महाराष्‍ट्र के सीएम को करेंगे एक्‍सपोज

    महाराष्‍ट्र की राजनीति में एक बार फिर से अयोध्‍या के विवादित ढांचे बाबरी मस्जिद की गूंज सुनाई दे रही है। महाराष्‍ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्‍य की गठबंधन सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज जो लोग मस्जिदों से लाउडस्‍पीकर उतारे जाने से डरे हुए हैं वो कहते थे कि हम बाबरी मस्जिद को गिराने में साथ थे। उन्‍होंने कहा कि ये लोग डरे हुए हैं। उन्‍होंने ये भी कहा कि जिस वक्‍त विवादित ढांचे को ढहाया गया उस वक्‍त वहां पर कोई भी शिव सेना का नेता मौजूद नहीं था। फडणवीस ने कहा है कि वो 14 मई के बाद उद्धव ठाकरे को लेकर बड़ा खुलासा करेंगे।

    राज्‍य के पूर्व सीएम ने सोमैया ग्राउंड में हुई बूस्‍टर डोज रैली को संबोधित करते हुए राज्‍य सरकार को जमकर कोसा। उन्‍होंने कहा कि वो इस विवादित ढांचे को मस्जिद नहीं मानते हैं, वो केवल एक ढांचा मात्र था। फडणवीस ने कहा कि कुछ लोग ये मानते हैं उनका निरादर करना पूरे राज्‍य का निरादर है। लेकिन हकीकत ये है कि वो कुछ लोग राज्‍य नहीं हैं। न ही वो मराठी हैं, बल्कि यहां के 12 करोड़ लोग राज्‍य हैं। उन्‍होंने यहां तक कहा कि लोग उन्‍हें हिंदू भी नहीं मानते हैं। हालांकि, वो इस बात को नहीं कह सकते हैं।

  • MP के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को मिलेगी घर वाली आजादी, बिना किसी से पूछे खाएंगे लड्डू-नमकीन, मठरी और चना-गुड़, बच्चों को सुपोषित करने प्रदेश के सभी केंद्रों में स्थापित होंगे ‘पोषण कॉर्नर’

    भोपाल। MP के आंगनबाड़ी केंद्रों में नन्हें-मुन्नों को अब घर वाली आजादी मिलेगी। बच्चे बिना किसी से पूछे आंगनबाड़ी केंद्र में रखे हुए लड्डू-नमकीन, मठरी और चना-गुड़ खा सकेंगे। बच्चों को सुपोषित करने प्रदेश की शिवराज सरकार ने यह योजना तैयार की है। इसके लिए प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ‘पोषण कॉर्नर’ स्थापित किए जाएंगे।

    मध्यप्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को लड्डू और नमकीन मिलेंगे। इसके लिए प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ‘पोषण कॉर्नर’ स्थापित किए जाएंगे। यहां मठरी, नमकीन, मुरमुरे, बिस्कुट चना-गुड़ रखे जाएंगे। जहां बच्चे बिना पूछे केंद्र में रखी सामग्री खा सकेंगे। कुपोषण स्थिति में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार ने यह रोड मैप तैयार किया है।

    वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों में जन सहयोग से लेकर पोषण आहार के लिए कच्चा माल जुटाए जाएंगे। वहीं सामग्री की गुणवत्ता की जांच कार्यकर्ता और सहायिका करेंगे। बता दें कि बच्चों से कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार ने छोटा मटका कार्यक्रम भी शुरू किया है।