Day: May 2, 2022

  • डायबिटीज रोगियों के लिए बेस्ट हैं ये 5 फ्रूट्स, डायटिशियन से जानें किन फलों से रहें दूर

    डायबिटीज रोगियों को अपना ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने के लिए अपनी दवा और डाइट का बहुत ध्यान रखना पड़ता है। डायबिटीज एक गंभीर रोग है जिसमें रोगी को सतर्क और सावधान रहने की बेहद जरूरत होती है। सेहत को बनाए रखने में फलों का बहुत बड़ा हाथ होता है। लेकिन मधुमेह रोगी को फल देते समय यह सवाल बार-बार मन में आता है कि क्या ये फल वाकई डायबिटीज रोगी के लिए ठीक है। ऐसे में आपको बता दें, मधुमेह रोगी को फल देने से पहले उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स जरूर देख लेना चाहिए।

    क्या है ग्लाइसेमिक इंडेक्स – ग्लाइसेमिक इंडेक्स हमारे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर के बढ़ने या संतुलित रखने का एक कारण होता है। व्यक्ति जो भी चीज खाता है उसमें से ग्लूकोज लेवल बढ़कर फ्रुक्टोज में बदल जाता है। जिसके बाद आखिर में यह शुगर के रूप में ब्रेक होकर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। ऐसे में डायबिटीज रोगी अपनी डाइट में ऐसे फलों को शामिल कर सकते हैं जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होगा तो इससे रक्त शर्करा का स्तर अचानक ऊपर जा सकता है। वहीं कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स फलों से ऐसा नहीं होता।

    न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Varun Katyal, Nutrition And Wellness Expert) कहते हैं कि जामुन न केवल एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है जो प्रतिरक्षा में सुधार करने में मदद करता है, बल्कि इसका सबसे बड़ा लाभ मधुमेह के उपचार में मिलता है।कई अध्ययनों से पता चला है कि जामुन का हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव रक्त शर्करा में 30 प्रतिशत तक की कमी कर सकता है। इसके बीज अल्कलॉइड से भरपूर होते हैं जिनका हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है।

    मधुमेह के रोगी अपने शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए रोजाना जामुन के फल का सेवन कर सकते हैं, जो निश्चित रूप से इंसुलिन गतिविधि और संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, इसके बीज का पाउडर टाइप -2 मधुमेह वाले लोगों या फिर इंसुलिन न लेने वाले दोनों ही लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

    डायबिटीज हो खा सकते हैं ये फल-अमरूद – अमरूद को डायबिटीज के मरीजों के लिए सुपर फूड माना जाता है। अमरूद से मिलने वाला फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है। अमरूद में विटामिन ए और विटामिन सी के अलावा उच्च मात्रा में डाइटरी फाइबर मौजूद होते हैं। इस फल का ग्लूकोज़ इडेक्स भी कम होता है।

    संतरा –  विटामिन सी से भरे संतरे को खाने से इम्यूनिटी तो स्ट्रांग होती ही है साथ ही मधुमेह का खतरा भी कम हो सकता है। संतरा और आंवले जैसे खट्टे फलों का जीआई स्कोर भी कम है।

    जामुन – डायबिटीज़ रोगियों के लिए यह सबसे अच्छा फ्रूट है। यह रक्त में शुगर के स्तर को बेहतर करने के अलावा शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। जामुन के बीजों का पाउडर बनाकर भी डायबिटीज रोगी इसका सेवन कर सकते हैं।

    कमरख – कमरख डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। ये रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण और सुधार करने में कारगर होता है।

    कीवी – कीवी को मधुमेह रोगी की डाइट में ऐड किया जा सकता है क्योंकि इसे शुगर फ्री फल मानते हैं। बता दें कि इसके अंदर विटामिन सी के साथ-साथ कम चीनी मौजूद होती है ऐसे में इसके सेवन से व्यक्ति को सेहत से जुड़े कई फायदे हो सकते हैं। इससे अलग एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-सी, पोटेशियम, कैल्शियम आदि पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो सेहत को कई समस्याओं से दूर रख सकते हैं।

    सेब – सेब में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, पाचन तंत्र को साफ करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इसके अलावा सेब में मौजूद पोषक तत्व फैट के डाइजेशन में भी मदद करते हैं।

    डायबिटीज हो न करें इन फलों का सेवन – डायबिटीज के मरीजों को कुछ फलों का सेवन न करने या बहुत ही कम मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। इसमें केला, चीकू, अंगूर, आम और लीची आदि शामिल हैं। इन फलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का खतरा रहता है।

  • बोहरा समुदाय ने हर्षोल्लास के साथ मनाई ईद

    भोपाल। बोहरा समुदाय ने 30 रोजे पूरे करने के बाद सोमवार को ईद उल फित्र का त्यौहार खुशियों के साथ मनाया। राजधानी में अल सुबह दाऊदी बोहरा समुदाय ने हैदरी मस्जिद अलीगंज, हुसैनी मस्जिद पीरगेट, बद्री मस्जिद सैफिया कॉलेज, अहमदी मस्जिद कब्रिस्तान, नजमी हाल नूरमहल, बुरहानी मस्जिद कारोद, और इज़ी मोहल्ला कोहेफिजा में ईद की विशेष नमाज अदा की। नमाज से पहले कोहरा समुदाय के धर्मगुरुओ ने ईद के त्यौहार का महत्व बताते हुए संदेश दिया कि हमें साल के 11 महीने इसी तरह इबादत, गरीबों की मदद करने के साथ ही आपसी भाईचारे से मिलकर रहते हुए गुजारने हैं, जिस तरह रमजान का महीना गुजारा है। ईद की नमाज अदा करने के बाद सभी लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दी। गौरतलब है, कि बोहरा समुदाय चांद की तस्दीक की बजाए इस्लामी तारीख से रमजान की शुरुआत कर तीस रोजे पूरे कर ईद का त्यौहार मनाते हैं।

  • अब… लू की मार, उत्तर भारत में पारा 50 डिग्री पहुंचेगा, केंद्र ने बचाव के लिए जारी किए दिशानिर्देश 

    नई दिल्ली । भीषण गर्मी के बाद अब देश में लू के प्रकोप को झेलने को तैयार रहना होगा। हालात के मद्देनजर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दिशा निर्देश जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एडवाइजरी में नागरिकों को बताया है कि लू से बचाव के लिए और लू लगने की स्थिति में क्या करें, क्या न करें। साथ ही राज्य सरकारों को लू के मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं और अन्य इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों के लिए प्रचंड गर्मी से राहत रहेगी, लेकिन उसके बाद पारा फिर से चढ़ेगा। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आईएमडी ने उत्तर भारत में इस बार तापमान 50 डिग्री से ऊपर पहुंचने का अनुमान लगाया है।
    केंद्र सरकार की ये एडवाइजरी ऐसे समय आई है, जब प्रचंड गर्मी ने उत्तर भारत में 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।  भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, अप्रैल में उत्तर-पश्चिमी इलाकों में औसत अधिकतम तापमान 35.90 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि मध्य भारत में ये 37.78 डिग्री रहा।  जो पिछले 120 सालों में सबसे ज्यादा है। पारे ने अप्रैल में ही कई जगह 47 डिग्री का स्तर छू लिया है। दिल्ली की गर्मी में 72 साल का रिकॉर्ड झुलस गया है। इसकी प्रमुख वजह जलवायु परिवर्तन और बारिश में बेहद कमी बताई जा रही है। 1 मार्च से 30 अप्रैल के बीच पूरे देश में 32 फीसदी तो उत्तर पश्चिम भारत में 86 फीसदी तक कम बारिश हुई।
    खबरों के मुताबिक, गर्मी के इन्हीं तेवरों को देखते हुए केंद्र सरकार ने दिशा निर्देश जारी करके लोगों को आगाह किया है।  सलाह दी गई है कि तेज गर्मी खासकर दोपहर को 12 से 3 बजे के बीच बाहर न निकलें। जरूरी हो तो छाता लेकर जाएं या सूरज की सीधी रोशनी से बचने के लिए टोपी, तौलिया, गमछा आदि से अच्छी तरह ढककर रहें। नंगे पैर धूप में न निकलें। प्यास न होने पर भी पानी पीते रहें। ओआरएस आदि लें। मौसमी फल-सब्जियां खाएं। शराब से दूर रहें।
    सरकार ने कहा है कि नवजात और छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, दिमागी तौर पर परेशान लोगों और बाहर खुले में काम करने वालों को लू लगने का ज्यादा खतरा है। चक्कर आना, हाथ एड़ी व टखने में सूजन, मांसपेशियों में कमजोरी, अकड़न, 104 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा बॉडी टेम्परेचर, मिचली उलटी आना, धड़कन बढ़ना, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षणों को मेडिकल इमरजेंसी माना जाना चाहिए। छोटे बच्चों में खाना खाने से अरुचि, बेहद चिड़चिड़ापन, पेशाब में कमी, आलस, सुस्ती और आंखों में आंसू सूखने को खतरनाक लक्षण करार दिया गया है। कहा गया है कि अगर लू लगने के गंभीर लक्षण दिखें तो 108/102 हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
    केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्य सरकारों से कहा है कि स्वास्थ्य केंद्रों में 4फ्लूइड, ओआरएस, आइसपैक, ठंडे पानी के अलावा आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराएं। संवेदनशील क्षेत्रों में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित हो। चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों और जमीनी कार्यकर्ताओं को उचित जानकारी देकर अलर्ट रखा जाए। ठंडक पहुंचाने वाले उपकरणों को अबाध बिजली मिले। बिजली कटौती की स्थिति में सोलर पावर की इस्तेमाल करें। सभी जिलों में ‘गर्मी संबंधी बीमारियों पर राष्ट्रीय कार्य योजना’ संबंधी दिशानिर्देशों का दस्तावेज भेजा जाए ताकि लू लगने के मामलों का प्रभावी प्रबंधन किया जा सके। 1 मार्च से सभी राज्यों में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के तहत गर्मी से संबंधित बीमारियों पर दैनिक निगरानी रखी जा रही है।

  • क‍िसानों के ल‍िए e-KYC पर सरकार का अपडेट, खाते में कब आएगी 11वीं क‍िस्‍त

    PM Kisan Samman Nidhi : पीएम क‍िसान सम्‍मान न‍िध‍ि और उससे जुड़े ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर, e-KYC) पर लोगों में काफी असमंजस है. क‍िसानों को लग रहा है क‍ि कही e-kyc के कारण 11वीं क‍िस्‍त लेट न हो जाए या 11वीं व 12वीं क‍िस्‍त साथ में तो नहीं आएंगी. लेक‍िन अब ब‍िहार सरकार ने इस पर स्‍थ‍ित‍ि साफ कर दी है.

    PM Kisan Samman Nidhi : पीएम क‍िसान सम्‍मान न‍िध‍ि (PM Kisan Nidhi) की 11वीं क‍िस्‍त पर अभी तक स्‍थ‍ित‍ि साफ नहीं है. सरकार की तरफ योजाना के पात्र क‍िसानों का ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर, e-KYC) कराया जा रहा है. ऐसे में काफी क‍िसान इस असमंजस में हैं क‍ि कहीं 11वीं क‍िस्‍त लेट न हो जाए या 11वीं-12वीं क‍िस्‍त साथ तो हीं म‍िलेंगी. लेक‍िन अब ई-केवाईसी और 11वीं क‍िस्‍त पर ब‍िहार सरकार ने बड़ा अपडेट द‍िया है.

    11वीं क‍िस्‍त पर असर नहीं पड़ेगा!

    आपको बता दें ब‍िहार में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 85 लाख पात्र क‍िसान हैं. इनमें से 36 लाख क‍िसान अभी तक ई-केवाईसी (e-KYC) नहीं कराया है. e-KYC नहीं कराने की स्‍थ‍ित‍ि में ब‍िहार सरकार की तरफ से साफ क‍िया गया है क‍ि इसके चलते क‍िसानों को पैसा म‍िलने में परेशानी नहीं होगी. इससे यह माना जा रहा है क‍ि दूसरे राज्‍यों में भी क‍िसानों का e-KYC नहीं होने पर 11वीं क‍िस्‍त पर असर नहीं पड़ेगा.

    राज्‍य सरकारों ने कृष‍ि मंत्रालय को भेजी ल‍िस्‍ट

    ब‍िहार में केंद्र की हरी झंडी के बाद 83 लाख क‍िसानों की ल‍िस्‍ट कृष‍ि मंत्रालय को भेज दी गई है. यहां कृष‍ि व‍िभाग की तरफ से 1647 करोड़ रुपये के भुगतान का प्रस्‍ताव भेजा गया है. आपको बता दें 10वीं क‍िस्‍त का पैसा क‍िसानों के खाते में जनवरी में ट्रांसफर क‍िया गया था.

    दूसरे हफ्ते में आएगी 11वीं क‍िस्‍त

    मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा क‍िया जा रहा है क‍ि 11वीं क‍िस्‍त का पैसा 14-15 मई के आस-पास भेजा जा सकता है. साल 2021 में 15 मई को पैसा आया था. कई राज्‍यों में पात्र क‍िसानों का र‍िक्‍वेस्‍ट फॉर ट्रांसफर (RFT) भी साइन हो गया है. इसका मतलब है राज्‍य की तरफ से पैसा ट्रांसफर करने के ल‍िए र‍िक्‍वेस्‍ट भेज दी गई है.

    e-KYC कराने की अंत‍िम त‍िथ‍ि 31 मई

    दरअसल, सरकारी के नोट‍िस में आया है क‍ि कुछ अपात्र क‍िसान भी सरकार की तरफ से म‍िलने वाली पीएम क‍िसान न‍िध‍ि का फायदा उठा रहे हैं. ऐसे में e-KYC कराया जा रहा है. पहले इसके ल‍िए 31 मार्च की त‍िथ‍ि तय की गई थी. लेक‍िन बाद में इसे बढ़ाकर 31 मई कर द‍िया गया.

    कैसे करें ऑनलाइन e-KYC

    – सबसे पहले अपने लैपटॉप / मोबाइल पर पीएम किसान वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ लॉगइन करें.– सेकेंड हॉफ में द‍िए गए ‘फार्मर्स कॉर्नर’ में e-KYC पर क्लिक करें.– अब खुलने वाले वेबपेज पर आधार नंबर दर्ज कर सर्च टैब पर क्‍ल‍िक करें.– इसके बाद आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा, इसे दर्ज कर दें.– ओटीपी डालने के बाद इसे सब्‍म‍िट कर दें.

  • डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक पदों के लिए आवेदन शुरू

    डाक विभाग में नौकरी की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए बंपर भर्ती। डाक विभाग द्वारा देश भर के डाकघरों में ग्रामीण डाक सेवक के कुल 38926 पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गई है। विभाग द्वारा जारी जीडीएस नोटिफिकेशन 2022 के अनुसार विज्ञापित 38 हजार से अधिक जीडीएस पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया आज यानि 2 मई 2022 से शुरू हो गई है और आवेदन के इच्छुक व योग्य उम्मीदवार 5 जून 2022 तक अपना अप्लीकेशन ऑनलाइन मोड में सबमिट कर सकते हैं।

    डाक विभाग द्वारा ग्रामीण डाक सेवक के पदों के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10 (हाई स्कूल, सेकेंड्री, माध्यमिक) की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। साथ ही, उम्मीदवार की आयु आवेदन की आखिरी तारीख को 18 वर्ष से कम और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में भारत सरकार के नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी। आवेदन के समय उम्मीदवारों को डाक विभाग द्वारा निर्धारित 100 रुपये के शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यमों से करना होगा। इसके अतिरिक्त, उम्मीदवारों को अपने प्रमाण-पत्रों की स्कैन कॉपी भी अपलोड करनी होगी।

    डाक विभाग जीडीएस भर्ती के लिए योग्यता

    डाक विभाग द्वारा ग्रामीण डाक सेवक के पदों के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10 (हाई स्कूल, सेकेंड्री, माध्यमिक) की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। साथ ही, उम्मीदवार की आयु आवेदन की आखिरी तारीख को 18 वर्ष से कम और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में भारत सरकार के नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए भर्ती अधिसूचना देखें।

  • बाजार में मामूली गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद, Titan के शेयर्स सबसे ज्यादा फिसले

    Stock Market Update: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार (Share Market) में बिकवाली देखने को मिली है. सेंसेक्स और निफ्टी (Sensex-Nifty) दोनों इंडेक्स हल्की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए हैं.

    Stock Market Update: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार (Share Market) में बिकवाली देखने को मिली है. आज सुबह भी बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी. आज दिनभर के कारोबार के बाद सेंसेक्स और निफ्टी (Sensex-Nifty) दोनों इंडेक्स हल्की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए हैं.

    कितना फिसला सेंसेक्स-निफ्टी?आज के कारोबार के बाद सेंसेक्स 84.88 अंक यानी 0.15 फीसदी फिसलकर 56,975.99 के लेवल पर क्लोज हुआ है. इसके अलावा निफ्टी इंडेक्स 33.45 अंक यानी 0.2 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 17,069.10 के लेवल पर क्लोज हुआ है.

    सेक्टोरियल इंडेक्स में रहा मिलाजुला कारोबारसेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो आज इनमें मिलाजुला कारोबार देखने को मिला है. आज के कारोबार के बाद निफ्टी ऑटो, निफ्टी आईटी, पीएसयू बैंक, हेल्थकेयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल और ऑयल एंड गैस सेक्टर लाल निशान में क्लोज हुए हैं. इसके अलावा निफ्टी रियल्टी, निफ्टी प्राइवेट बैंक, फार्मा, मेटल, मीडिया, FMCG, फाइनेंशियल सर्विसेज और निफ्टी बैंक सेक्टर्स हरे निशान में क्लोज हुए हैं.

    टॉप गेनर और लूजर शेयर्ससेंसेक्स के टॉप-30 शेयर्स की लिस्ट में 11 स्टॉक हरे निशान में बंद हुए हैं. वहीं, 19 शेयर्स लाल निशान में क्लोज हुए हैं. आज का टॉप लूजर स्टॉक टाइटन रहा है. टाइटन के शेयर्स 2.88 फीसदी फिसलकर 2388 के लेवल पर बंद हुए हैं. इसके अलावा इंडसइंड बैंक के शेयर्स टॉप गेनर रहा है.

    किन शेयर्स में रही बिकवाली?आज के गिरावट वाले शेयर्स की लिस्ट में विप्रो, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, मारुति, एशियन पेंट्स, एसबीआई, कोटक बैंक, एचसीएल टेक, एलटी, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, डॉ रेड्डी, रिलायंस, एचयूएल, टीसीएस, ICICI Bank, एमएंडएम और एशियन पेंट्स के शेयर्स लाल निशान में बंद हुए हैं.

    तेजी वाले शेयर्सइसके अलावा तेजी वाले शेयर्स की लिस्ट में आज इंडसइंड बैंक के अलावा एनटीपीसी, पॉवर ग्रिड, टाटा स्टील, HDFC, ITC, HDFC Bank, अल्ट्रा केमिकल, बजाज फिनसर्व, नेस्ले इंडिया और भारती एयरटेल के शेयर्स बढ़त के साथ बंद हुए हैं.

  • भीषण गर्मी के बीच अब नहीं होगा पावर कट? ब‍िजली संकट पर यह खबर आपको खुश कर देगी

    भीषण गर्मी के बीच देश में लगातार गहरा रहे ब‍िजली संकट पर राहत देने वाली खबर आई है. देश में प‍िछले कुछ समय से कोयले की कमी के कारण बिजली संकट बना हुआ है.

    Power Crisis: भीषण गर्मी के बीच देश में लगातार गहरा रहे ब‍िजली संकट पर राहत देने वाली खबर आई है. देश में प‍िछले कुछ समय से कोयले की कमी के कारण बिजली संकट बना हुआ है. लेक‍िन अब ब‍िजली संकट से राहत देने के ल‍िए सरकारी कोयला कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) आगे आई है.

    ब‍िजली संकट से म‍िल सकती है राहत

    कंपनी की इस पहले के बाद उम्‍मीद की जा रही है क‍ि आने वाले समय में ब‍िजली संकट से राहत म‍िल सकती है और पावर कट भी पहले के मुकाबले कम लगेगा. कंपनी की तरफ से बताया गया क‍ि उसने पिछले महीने (अप्रैल) बिजली सेक्‍टर को कोयले की आपूर्ति 15.6 प्रतिशत बढ़ाकर 4.97 करोड़ टन कर दी है.

    लगातार बढ़ती मांग पर बढ़ाई सप्‍लाई

    कंपनी की तरफ से बताया गया क‍ि बिजली संयंत्रों में कोयले की बढ़ती मांग के कारण ऐसा किया गया है. आने वाले समय में और आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं. कोल इंड‍िया (CIL) का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब देश के कई हिस्से बिजली संकट से जूझ रहे हैं.

    आपूर्ति बढ़ाकर 4.97 करोड़ टन की

    कंपनी ने कहा, ‘बिजली उत्पादन के लिए कोयले की लगातार बढ़ती मांग के बीच कोल इंड‍िया ने अप्रैल 2022 में देश के बिजली संयंत्रों को आपूर्ति बढ़ाकर 4.97 करोड़ टन कर द‍िया. यह आंकड़ा अप्रैल 2021 के मुकाबले 67 लाख टन ज्‍यादा है.’

    कोल इंड‍िया उत्पादन बढ़ाने के साथ ही आने वाले महीनों में बिजली संयंत्रों के लिए आपूर्ति और बढ़ाने की योजना बना रही है. कोल इंडिया का घरेलू कोयला उत्पादन में 80 प्रतिशत से अधिक का योगदान है.

  • शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई

    सप्ताह के पहले कारोबार दिन सोमवार को शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई और दिनभर के कारोबार के बाद दोनों इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 85 अंक या 0.15 फीसदी की गिरावट के साथ 56,976 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक 33 अंक या 0.20 फीसदी फिसलकर 17,069 के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच बीएसई का सेंसेक्स सूचकांक 483 अंक या 0.85 फीसदी की गिरावट के साथ 56,577 के स्तर पर खुला था, जबकि निफ्टी सूचकांक ने 145 अंक या 0.85 फीसदी फिसलकर 17 हजार के नीचे 16,958 के स्तर पर कारोबार शुरू किया था। कारोबारी दिन के दौरान सेंसेक्स 631 अंक तक टूटा था।

  • भेल में निकली 75 वेल्डर पदों की भर्ती

    भेल में नौकरी की इच्छुक उम्मीदवारों के लिए काम की खबर। भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने पॉवर सेक्टर में वेस्टर्न रीजन में वेल्डर के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। कंपनी द्वारा जारी विज्ञापन (सं. एफटीए 01/2022) के अनुसार, वेल्डर के 75 पदों पर योग्य उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं।उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि उन्हें भेल वेल्डर भर्ती 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद इसके प्रिंट-आउट को अपने डॉक्यूमेंट्स और आवेदन शुल्क 200 रुपये के डिमांग ड्राफ्ट के साथ विज्ञापन में दिए गए पते पर 13 मई 2022 तक जमा कराना होगा। हालांकि, दूर-दराज के इलाकों के उम्मीदवारों के लिए आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि 15 मई 2022 है।

    वे ही उम्मीदवार आवेदन के कर सकते हैं जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से सम्बन्धित ट्रेड में आइटीआइ या एनटीसी यानि नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट प्राप्त किया होगा। साथ ही, उम्मीदवारों के पास 2 वर्ष का अनुभव होना चाहिए और उनकी आयु 26 अप्रैल 2022 को 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।

    भेल द्वारा वेल्डर पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन स्किल टेस्ट के आधार पर किया जाएगा। स्किल टेस्ट के लिए रिक्तियों की संख्या से तीन गुना उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग उनके क्वालिफाईंग एग्जाम के मार्क्स के आधार पर की जाएगी और मेरिट लिस्ट के अनुसार उम्मीदवारों को स्किल टेस्ट के आमंत्रित किया जाएगा

  • पंजाब में नहीं रुका आग लगाने का सिलसिला

    पंजाब। गेहूं की कटाई के बाद किसानों की ओर से नाड़ को लगातार आग लगाई जा रही है। इसके कारण हादसे भी हो रहे हैं। सोमवार को कस्बा झब्बाल के पास जलती नाड़ के कारण रोड पर धुआं फैल गया। इस दौरान एक कार और एक मोटरसाइकिल हादसे की भेंट चढ़ गए।गांव गंडीविंड के पास किसान सुखवंत सिंह इंडिका कार में जा रहा थे कि रास्ते में किसानों द्वारा नाड़ को लगाई आग की लपटें सड़क किनारे लगे पेड़ों तक पहुंच गई। आग से इतना धुंआ फैल गया कि यातायात ठप हो गया। आग की चपेट में आया एक एक बड़ा पेड़ सड़क से गुजर रही इंडिका कार पर जा गिरा। इस हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।