नहीं देखी कभी ऐसी रफ्तार, क्या सोना 1.25 लाख और चांदी 1.50 लाख के जाएंगे पार?

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सितंबर के महीने में गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. जानकारों का भी मानना है कि​ किसी एक महीने में सोने और चांदी में ऐसी रफ्तार नहीं देखी गई है. अभी 30 सितंबर तक का एक और दिन बाकी है और सोना मौजूदा महीने में 10 फीसदी से ज्यादा तेज हो चुका है. वहीं चांदी की कीमतें 18 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुकी है. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि दिवाली को अभी भी 20 दिन बचे हैं. ऐसे में क्या देश के वायदा बाजार में गोल्ड और सिल्वर के दाम एक नए बेंचमार्क तक पहुंच सकते हैं. वो लेवल हैं, सोना 1.25 लाख और चांदी डेड़ लाख.

ये दो लेवल ऐसे हैं, जिनके बारे में लगातार चर्चा हो रही है. अगर ऐसा होता है तो इन दोनों ही सेफ हैवन असेट्स को नई रफ्तार मिल सकती है. जानकारों का मानना है कि जियो पॉलिटिकल टेंशन में कोई कमी नहीं आई है. टैरिफ टेंशन अभी भी बरकरार है. सेंट्रल बैंकों की ओर से लगातार गोल्ड की खरीदारी देखने को मिल रही है. गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में लगातार निवेश देखने को मिल रहा है. ऐसे में गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में और भी इजाफा देखने को मिल सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में गोल्ड और सिल्वर की कीमतें कितनी हो गई हैं.

सोने की रफ्तार में कोई कमी नहीं

पहले बात गोल्ड की करें तो उसकी रफ्तार में कोई कमी देखने को ​नहीं मिल रही है. गोल्ड की कीमतें लगातार नया रिकॉर्ड ​बना रही हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमत सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर 674 रुपए की तेजी के साथ 1,14,462 रुपए पर कारोबार कर रहा है. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान सोना 839 रुपए की तेजी के साथ 1,14,627 रुपए के नए हाई पर पहुंच गया. वैसे गोल्ड के दाम की शुरुआत 1,14,300 रुपए से हुई थी. जबकि शुक्रवार को सोना 1,13,788 रुपए पर आ गई थी.

चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी

वहीं दूसरी ओर चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है और डेढ़ लाख रुपए के ऐतिहासिक लेवल की ओर बढ़ रही है. एमसीएक्स के आंकड़ों को देखें तो कारोबारी सत्र के दौरान चांदी 2,079 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 1,43,968 रुपए के नए रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई हैं. जबकि सुबह 9 बजकर 48 मिनट पर चांदी 1,800 रुपए से ज्यादा की तेजी के साथ 1,43,708 रुपए पर कारोबार कर रही थी. वैसे चांदी की शुरुआत 1,41,758 रुपए के साथ हुई थी. जबकि शुक्रवार को जब एमसीएक्स बंद हुआ था, तब चांदी के दाम 1,41,889 रुपए प्रति दस ग्राम थे.

सितंबर में दोनों में कितना आया उछाल?

सितंबर के महीने में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. पहले बात सोने की करें तो अगस्त के आखिरी कारोबारी दिन सोने की कीमत 1,03,824 रुपए प्रति दस ग्राम पर देखने को मिली थी. तब से अब तक गोल्ड की कीमतों में 10,803 रुपए प्रति दस ग्राम तक का इजाफा देखने को मिल चुका है. इसका मतलब है कि सोने ने निवेशकों को सितंबर महीने में अब तक 10.40 फीसदी का रिटर्न दे दिया है.

वहीं दूसरी ओर चांदी ने निवेशकों को सोने से ज्यादा का रिटर्न दिया है. ये अंतर भी काफी ज्यादा है. एमसीएक्स के आंड़ों के अनुसार अगस्त महीने के आखिरी कारोबारी दिन चांदी की कीमत 1,21,873 रुपए थी, जिसमें अब तक 22,095 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. इसका मतलब है कि चांदी सितंबर के महीने में 18.13 फीसदी का रिटर्न दे चुका है.

क्या दिवाली पर नए लेवल पर पहुंचेगी चांदी?

अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या सोना और चांदी एक नए लेवल पर दिखाई दे सकते हैं. या वेल्थ के डायरेक्टर अनुज गुप्ता के अनुसार गोल्ड और सिल्वर दोनों ही दिवाली पर नए लेवल पर दिखाई दे सकते हैं. इसका मतलब है कि सोना 1.25 लाख और चांदी 1.50 लाख रुपए तक पहुंच सकती है. इसका कारण भी है. जियो पॉलिटिकल टेंशन और ट्रेड टेंशन दोनों बरकरार हैं. सेंट्रल बैंकों की ओर से लगातार बाइंग देखने को मिल रही है. ​ईटीएफ फ्लो भी काफी ज्यादा है. सबसे अहम देश में फेस्टिव सीजन में गोल्ड और सिल्वर की डिमांड लगातार देखने को मिलती है. जिसकी वजह से आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमत में इजाफा देखने को मिल सकता है.

क्या कह रहे हैं जानकार

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सोना और चांदी में मौजूदा सकारात्मक गति जारी रहेगी, हालांकि, सप्ताह के अंत में कुछ मुनाफावसूली से इनकार नहीं किया जा सकता. सोने की कीमतों में सकारात्मक गति जारी रही और सप्ताह के अंत में कीमतें तीन प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ बंद हुईं. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अमेरिका में उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों ने ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद को थोड़ा कम कर दिया है.

स्मॉलकेस के निवेश प्रबंधक पंकज सिंह ने कहा कि यह तेजी अमेरिकी वृहद आर्थिक संकेतों, वैश्विक रिजर्व पुनर्गठन और घरेलू त्योहारी मांग से प्रेरित है. सिंह ने बताया कि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े पूर्वानुमानों से मेल खाते हैं, जबकि आय और व्यय के आंकड़े अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लचीलेपन की पुष्टि करते हैं. उन्होंने कहा कि बाजार का रुख थोड़ा सकारात्मक बना हुआ है. दिवाली से पहले त्योहारों की मांग बढ़ रही है और शुक्रवार के रोजगार रिपोर्ट तक कोई बड़ा अमेरिकी डेटा नहीं आने वाला है, इसलिए सोने के लिए मजबूती बनाए रखने के सारे कारण हैं.

अल्फा मनी के प्रबंध साझेदार ज्योति प्रकाश ने इसी भावना को दोहराते हुए कहा कि इस संपत्ति वर्ग में तेजी है और सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा है. इसलिए रुझान ऊपर की ओर है. उन्होंने सोने के ईटीएफ में मजबूत निवेशक रुचि को इस तेजी का कारण बताया. प्रकाश ने कहा कि कमजोर डॉलर भी सोने के लिए सहायक बना हुआ है.

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