SIR के बाद बिहार में मतदाता सूची फाइनल, आयोग ने वेबसाइट पर किया अपलोड

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चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कई महीनों से जारी एसआईआर प्रक्रिया के बाद फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है. आयोग ने यह जानकारी अपने वेबसाइट पर अपलोड भी कर दी और लोग यहां पर जाकर अपडेट जानकारी हासिल कर सकते हैं. फाइनल वोटर लिस्ट में 14 लाख नए वोटर्स जुड़े हैं.

विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में कराए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के बाद आज मंगलवार को फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी गई है. कोई भी वोटर चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के जरिए से वोटर लिस्ट में अपना डिटेल देख सकता है. वोटर लिस्ट के लिए आयोग की https://voters.eci.gov.in/ पर जाकर जानकारी हासिल की जा सकती है.

नामांकन से 10 दिन पहले तक जुड़ने का मौका

अगर किसी वोटर का नाम छूट गया है तो चुनाव में नामांकन की आखिरी तारीख से 10 दिन पहले तक नाम फिर से जुड़वाया जा सकता है. अगर कोई वोटर जुड़ना चाहे या नाम छूट गया हो उसके लिए Form 6 भरना होगा. फाइनल वोटर लिस्ट की फिजिकल कॉपी सभी जिलाधिकारी 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को आज ही सौंपेंगे, जिसकी फोटॉग्राफी भी होगी.

फाइनल लिस्ट में बिहार में कुल कितने वोटर्स

एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के बाद 24 जून को बिहार में कुल 7.89 करोड़ वोटर्स थे. जबकि ड्रॉफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने से पहले 65 लाख वोटर्स के नाम काट दिए गए और इस तरह से नई लिस्ट में 7.24 करोड़ वोटर्स रह गए. ड्रॉफ्ट लिस्ट में 4 लाख अयोग्य वोटर्स को हटा दिया गया, जबकि फॉर्म 6 के जरिए 21 लाख योग्य वोटर्स को शामिल कर दिया गया. अब 30 सितंबर को आयोग की ओर से जारी फाइनल लिस्ट में 7.41 करोड़ वोटर्स शामिल किए गए.

माना जा रहा है कि इस आंकड़े में मामूली बदलाव हो सकता है. SIR से पहले बिहार में वोटर्स की संख्या 7.89 करोड़ थी और ड्राफ्ट में 65 लाख वोटर्स के नाम कटे थे. फाइनल लिस्ट में 7.41 करोड़ वोटर्स शामिल किए गए हैं. इस तरह से SIR में 48 लाख वोटर्स के नाम कटे.

बिहार में, 22 सालों के लंबे अंतराल के बाद कराए गए वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण के समापन के बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की गई. एसआईआर प्रक्रिया के बाद ड्रॉफ्ट वोटर लिस्ट एक अगस्त को प्रकाशित की गई और फिर एक सितंबर तक लोगों और राजनीतिक दलों के दावे और आपत्तियां ली गई थी. ड्रॉफ्ट लिस्ट में 7.24 करोड़ वोटर्स हैं.

विपक्ष लगातार करता रहा एसआईआर का विरोध

हालांकि विपक्षी दलों की ओर से चुनाव से ठीक पहले एसआईआर की कवायद की जमकर आलोचना की और यह भी दावा किया कि इससे करोड़ों वास्तविक नागरिक अपने मताधिकार से वंचित हो जाएंगे. दूसरी ओर विपक्षी दलों की आलोचना के बाद चुनाव आयोग ने दावा किया कि वह किसी भी पात्र नागरिक को वोटर लिस्ट से बाहर नहीं करेगा और साथ ही किसी भी अपात्र व्यक्ति को (वोटर) लिस्ट में शामिल भी नहीं होने देगा.

243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म हो रहा है. यहां पर पिछला विधानसभा चुनाव 2020 में 3 चरणों में कराया गया था.

अगले हफ्ते चुनाव की तारीखों का ऐलान संभव

फाइनल वोटर लिस्ट जारी होने के बाद अब चुनाव आयोग की ओर से अगले हफ्ते चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किए जाने की संभावना है. इससे पहले चुनाव आयोग बिहार में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए 4 और 5 अक्टूबर को पटना का दौरा करेगा. सूत्रों की ओर से बताया गया है कि विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अगले हफ्ते हो सकती है.

कयास लगाए जा रहे हैं कि पहले चरण की वोटिंग छठ पर्व के तुरंत बाद अक्टूबर के अंत में होने की संभावना है. चुनाव आयोग बिहार में चुनाव और कुछ राज्यों में उपचुनावों के लिए 470 पर्यवेक्षकों को तैनात करने जा रहा है.

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