नई दिल्ली। चेतेश्वर पुजारा भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट तो लगातार खेल रहे हैं, लेकिन वो काफी लंबे असरे से वनडे व टी20 टीम का हिस्सा नहीं है। पुजारा ने भारत के लिए सिर्फ 5 वनडे मैच खेले हैं जबकि उन्होंने एक भी टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है। हालांकि उन्होंने ये इच्छा जाहिर की थी कि वो समिति ओवरों के प्रारूप में भी खेलना चाहते हैं। इसके बाद अब पुजारा ने कहा है कि, वो आइपीएल में खेलने की इच्छा रखते हैं।
पुजारा को आइपीएल में पहली बार एंट्री साल 2008 में हुई थी और फिर वो 2014 तक इस लीग में खेलते रहे, लेकिन इसके बाद से उन्हें किसी भी टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। फिलहाल छह साल से वो इस लीग का हिस्सा नहीं रहे हैं। अब आइपीेएल 2021 के लिए 18 फरवरी को मिनी नीलामी होनी है उससे पहले उन्होंने एनडीटीवी के साथ बात करते हुए कहा कि, मैं आइपीएल का हिस्सा बनना चाहता हूं। अगर मुझे मौका मिलता है तो मुझे पूरा विश्वास है कि मैं अच्छा प्रदर्शन करके दिखाऊंगा।
पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि वो पिछले दौरा की तरफ रन नहीं बना पाए, लेकिन उनकी लगभग हर पारी ने भारतीय टीम को मजबूती दी। खास तौर पर ब्रिसबेन टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने दवाब झेलते हुए अर्धशतक लगाया और टीम की जीत का आधार तैयार कर दिया वो काबिलेतारीफ था। पुजारा टेस्ट का शानदार बल्लेबाजी माना जाता है और भारत के लिए उन्होंने 81 टेस्ट में 45 से ज्यादा की औसत से 6111 रन बनाए हैं और उन्होंने 18 शतक भी लगाए हैं।
वहीं पुजारा के आइपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने इस लीग में अपनी शुरुआत केकेआर के साथ की थी। वो इस टीम के साथ साल 2008 से लेकर 2010 तक जुड़े रहे। इसके बाद 2011 से 2013 तक वो आरसीबी की तरफ से खेले और फिर 2014 में उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलने का मौका मिला। इस सीजन के बाद किसी भी टीम ने उन्हें खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।