नई दिल्ली। जैसे-जैसे फोन का इस्तेमाल हमारी लाइफ में बढ़ता जा रहा है, उसी अनुपात में फिशिंग अटैक हमारे लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। फिशिंग का मतलब वैसी धोखाधड़ी से है, जिसमें ईमेल के जरिए फर्जीवाड़ा किया जाता है। ऐसे ईमेल किसी प्रतिष्ठित कंपनी की तरफ से आए हुए लगते हैं, जिसके जाल में फंसकर कोई व्यक्ति अपनी निजी जानकारी, मसलन पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड नंबर आदि का खुलासा कर देता है। Instagram पर ऐसे लोगों के साथ धोखाधड़ी हो चुकी है, जिन्होंने अपने डीएम (डायरेक्ट मैसेज) में मिले मैसेज पर क्लिक किया और उनके साथ धोखाधड़ी हो गई। ऐसे मैसेज Instagram की तरफ से आने वाले आधिकारिक कम्युनिकेशन की तरह थे और इस वजह से लोगों को उसके वास्तविक होने का भ्रम हुआ और उन्होंने अपने Instagram अकाउंट से अपना नियंत्रण खो दिया। निश्चित ही यह अनुभव काफी तनावपूर्ण होता है।आइए जानते हैं कुछ टिप्स, जिनकी मदद से आप अपने अकाउंट को किसी भी संदिग्ध गतिविधि से सुरक्षित रख सकते हैं।
● अकाउंट की सुरक्षा के लिए आपको टू-फैक्टर ऑथिंटिकेशन को एक्टिवेट रखना चाहिए। इससे आपके अकाउंट को दोहरी सुरक्षा मिलती है। यह वैसी स्थिति में भी आपके अकाउंट को सुरक्षा प्रदान करता है, जब किसी को आपके पासवर्ड की जानकारी होती है। इस तरह केवल आप ही अपने अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं। टू-फैक्टर ऑथिंटिकेशन एसएमएस द्वारा भेजे गए कोड से किया जा सकता है या फिर थर्ड-पार्टी ऐप्लीकेशन द्वारा (जैसेकि ड्युओ मोबाइल या गूगल ऑथिंटिकेटर)।
● एक मजबूत पासर्वड का चयन करें। कम से छह अक्षर, नंबर और विशेष संकेतों को मिलाकर बनाया गया हो।
● किसी थर्ड पार्टी एप्लिकेशन को दिए गए एक्सेस को आपको रिवोक या रद्द कर देना चाहिए। वे आपकी लॉगिन जानकारी को एक्सपोज कर सकते हैं।
● उन लोगों के साथ आपको अपना पासवर्ड कभी भी शेयर नहीं करना चाहिए, जिस पर आपको भरोसा न हो।
● इंस्टाग्राम किसी भी यूजर के साथ डायरेक्ट कम्यूनिकेट नहीं करता है। इंस्टाग्राम की तरफ से होने वाले सभी कम्यूनिकेशन ईमेल जरिए होते हैं, जिसकी पुष्टि एप्प में जाकर (सेटिंग्स>सिक्योरिटी> इंस्टाग्राम ईमेल्स) की जा सकती है।