Kangana Ranaut ने बॉलीवुड सेलेब्स पर फिर किया अटैक, केस करने वालों को बताया ‘लकड़बग्घा’
Kangana Ranaut ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करके लिखा- बुलीवुड के सारे लकड़बग्घे उनका नाम लेने की वजह से मीडिया पर हमला करने के लिए इकट्ठा हो गये हैं। मैं उनसे पूछती हूं कि यह ऐसी एकता उस समय क्यों नहीं दिखाते जब सेट पर अन्याय होता है।
नई दिल्ली। कंगना रनोट ने कुछ चैनलों पर केस करने वाले बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ पर ताज़ा और करारा हमला बोला है। कंगना ने इस बार इन सेलेब्स की तुलना Hyena यानि लकड़बग्घे से की है। साथ ही एक वीडियो शेयर करके कहा कि इन्हें सेट पर काम करने वाले सैकड़ों वर्कर्स की कोई चिंता नहीं है।
कंगना ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करके लिखा- बुलीवुड के सारे लकड़बग्घे उनका नाम लेने की वजह से मीडिया पर हमला करने के लिए इकट्ठा हो गये हैं। मैं उनसे पूछती हूं कि यह ऐसी एकता उस समय क्यों नहीं दिखाते, जब मजदूरों, औरतों और स्टेंटमेन के साथ अन्याय होता है। ये अपने मानवाधिकारों की बात तो करते हैं, लेकिन दूसरों के मानवाधिकारों के लिए कोई जोश नहीं दिखाते।
कंगना ने इसके साथ एक वीडियो शेयर किया है, जो 2017 में आयी डॉक्यूमेंट्री लिविंग ऑन द एज का है। इसमें फ़िल्म क्रू की दयनीय हालत दिखायी गयी है, जिन्हें कार्यस्थल पर मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रखा जाता है।
बता दें कि 12 अक्टूबर को 34 प्रोडक्शन हाउसेज़ और 4 फ़िल्म संस्थाओं ने दिल्ली हाई कोर्ट में दो चैनलों और 4 पत्रकारों के ख़िलाफ़ एक वाद दायर किया है, जिसमें इन लोगों को बॉलीवुड के बारे में अपशब्द कहने से रोकने की इल्तिज़ा की गयी है। यह वाद दायर करने वालों में सलमान ख़ान, शाह रुख़ ख़ान, आमिर ख़ान, अक्षय कुमार, अजय देवगन, करण जौहर, राकेश रोशन, अनुष्का शर्मा और आदित्य चोपड़ा जैसे बड़े कलाकारों और निर्मातओं की कंपनियां शामिल हैं।
कंगना ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने ट्वीट में लिखा था- बुलीवुड (कंगना बॉलीवुड को यही लिखती हैं) ड्रग्स, उत्पीड़न, नेपोटिज़्म और जिहाद का गटर है। इसका ढक्कन खुल गया है। इसे साफ़ करने के बजाए ‘बॉलीवुड स्ट्राइक्स बैक’ मुझ पर भी केस करेगा। जब तक मैं ज़िंदा हूं, मैं तुम सबको एक्सपोज़ करती रहूंगी। इंडस्ट्री में एक अलिखित नियम है। तुम मेरे गंदे राज़ छिपाओ, मैं तुम्हारे छिपाऊंगा। यही एक-दूसरे के लिए वफ़ादारी साबित करने का इनका तरीक़ा है। जब से मैं पैदा हुई हूं, फ़िल्म परिवारों के मुट्ठीभर लोगों द्वारा इंडस्ट्री को चलाते हुए देख रही हूं। यह कब बदलेगा?