खंडवा: किन्नर (ट्रांसजेंडर) को अब तक गुरु के नाम के बाद ही पहचाना जाता था। अब इनकी खुद की पहचान होगी। कलेक्टर अनय द्विवेदी ने मंगलवार को जिले के पहले किन्नर सितारा निवासी राजधानी कॉलोनी सूरजकुंड को ट्रांसजेंडर पर्सन्स प्रोटेक्शन ऑफ राइट अधिनियम-2019 के तहत प्रमाण पत्र सौंपा। अब यह लोग उपेक्षित नहीं कहलाएंगे। पहचान मिलने के बाद मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। आईडेंटी होने से खुद का व्यवसाय कर राष्ट्रीयकृत बैंक से लोन भी ले सकेंगे।
किन्नर सितारा ने बताया कि खुद की पहचान नहीं होने से शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिलता था। जहां भी जाओ दस्तावेज मांगते थे। चार दिन पहले ही गुरुवार को निगम में एक अधिकारी को आवेदन दिया। शुक्रवार-शनिवार को दस्तावेजों का सत्यापन कर सोमवार को मुझे सूचना दी कि मंगलवार को प्रमाण पत्र लेने कलेक्टोरेट में आना है। सभी की उपस्थिति में ट्रांसजेंडर का प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा।
माता-पिता की जगह गुरु का नाम : सितारा को जारी प्रमाण पत्र में जन्म देने वाले मां-पिता की जगह गुरु रेखा का नाम लिखा है। किन्नर समाज में गुरु ही मां-पिता के समान होता है।
सुविधा : पोर्टल से कर सकते हैं सीधे आवेदन
ट्रांसजेंडर को प्रमाण पत्र जारी करने के लिए भारत सरकार द्वारा नेशनल पोर्टल http://transgender.dosje.gov.in/admin लांच किया है। किन्नर इस पोर्टल पर सीधे आवेदन कर सकते हैं। पोर्टल से आवेदन के आधार पर कलेक्टर द्वारा परिचय पत्र दिया जाएगा। इनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
इंतजार : परिचय पत्र के लिए 5 किन्नर कतार में
सितारा ने बताया पांच किन्नरों के दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। जल्द ही उनके भी परिचय पत्र बनवाएंगे। इसके बाद जिले के सभी 44 किन्नरों की खुद की पहचान होगी।
जिले में कुल 44 किन्नर : जिले में कुल 44 किन्नर हैं। इनमें से खंडवा शहर में 31, मांधाता 4, हरसूद 5, पंधाना में 4 हैं।
अब ये लाभ मिल सकेंगे
- लोन लेकर खुद का व्यवसाय कर सकेंगे।
- मनरेगा में भी मिल सकेगा काम।
- पीएम आवास योजना का लाभ मिलेगा।
- बीपीएल राशन कार्ड योजना का लाभ।
- इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनेगा।