बकरी चराने गई थीं दो बहनें, पत्थर के नीचे बैठ कर रही थीं बात… ऊपर से खिसकी चट्टान, दबने से एक की मौत
मध्य प्रदेश के छतरपुर में दो बहनें बकरियां चलाने के लिए पहाड़ की तरफ गईं. तभी बारिश शुरू हो गई. दोनों बहनें बारिश से बचने के लिए चट्टान के पास एक पत्थर के नीचे आकर बैठ गईं. तभी वो पत्थर उन पर गिर गया. इससे दोनों बहनें पत्थर के नीचे दब गईं. चीख-पुकार सुनकर आस-पास के लोग वहां पहुंचे. उन्होंने दोनों बहनों के ऊपर गिरे पत्थर को हटाया. एक बहन तब तक दम तोड़ चुकी थी. दूसरी बहन की हालत गंभीर है. उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मामला कटहरा इलाके का है. यहां पत्थर कम्पनी के पहाड़ के चट्टान की चपेट में आने से दो सगी बहनों में से एक की मौत हो गई. जबकि दूसरी बहन का अस्पताल में उपचार चल रही है. उसकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार छतरपुर जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर कटहरा में खदान से ग्रेनाइट निकालने का ठेका एक कंपनी को मिला हुआ है. सोमवार दोपहर को बगमऊ निवासी राजेश रजक की दो बेटियां खुशबू (11) और सोनम (14) बकरियां चराने पहाड़ की ओर गई थीं.
पत्थर खिसका और एक बहन की मौत
तब वहां अचानक बारिश होने के कारण दोनों बहनें बचने के लिए पहाड़ के चट्टान के पास आ गई थी. इसी दौरान चट्टान का भारी भरकम पत्थर खिसक गया और दोनों बहन चट्टान के नीचे दब गईं. आस-पास के लोगों को जब हादसे का पता चला और दोनों को बाहर निकाला तब तक सोनम दम तोड़ चुकी थी. खुशबू गंभीर रूप से घायल थी.
दोनों बहनों को तुरंत लवकुशनगर अस्पताल लाया गया है, जहां पर डॉक्टरों ने सोनम को मृत घोषित कर दिया. उसका शव अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है. वहीं, खुशबू को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में रेफर करना पड़ा है.
दिल्ली में काम करते हैं माता-पिता
ग्रामीणों ने बताया कि खुशबू और सोनम के माता-पिता दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं. दोनों बहनें अपने गांव में चाचा के पास रहती थीं. बेटियों के हादसे का शिकार होने की सूचना पाकर उनके माता-पिता दिल्ली से अपने गांव के लिए रवान हो गए हैं. हादसे के बाद ग्रामीणों में रोष देखा गया. ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी को इतने बड़े-बड़े पत्थरों को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम करने चाहिए ताकि कोई दूसरा इनका शिकार नहीं हो सके. बेटी की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी है.