मंदसौर। मंदसौर। बीते दो दिनों से जारी बारिश के कारण गांधीसागर बांध लबालब हो चुका है। जिसके चलते गांधीसागर बांध के पांच छोटे गेट खोले गए हैं। वर्तमान में बांध का जलस्तर 1308 फीट। फिलहाल पानी की आवक 4.50 लाख क्यूसेक बनी हुई है।
पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में घुसा पानी
शिवना नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई जोरदार वर्षा से शनिवार-रविवार की दरमियानी रात में 2:30 बजे शिवना नदी ने श्री पशुपतिनाथ महादेव का जलाभिषेक किया। लगभग ढाई घंटे तक प्रतिमा का अर्द्ध जलाभिषेक करने के बाद रविवार सुबह पांच बजे शिवना का पानी नीचे उतर गया। इधर गांधीसागर बांध में भी 24 घंटे में रिकार्ड आवक हुई है।
6 इंच पानी उतरा
रात 8:13 बजे शिवना नदी ने तापेश्वर महादेव मंदिर में प्रवेश किया। रात 10:19 बजे शिवना नदी का जलस्तर कम होते-होते लगभग 6 इंच पानी उतर गया। रात 11:44 बजे कालाभाटा बांध में पानी की जबरदस्त आवक के चलते पांचवा गेट भी 6 फीट खोला गया। रात 12:13 बजे शिवना नदी का जलस्तर फिर बढ़ने लगा।
मंदसौर स्थति श्री पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में भराया शिवना नदी का पानीhttps://t.co/kaS3R0DSqB#WeatherUpdate #MPNews #mandsaur #naidunia pic.twitter.com/lKIbQROUqi
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रात 12:36 बजे पशुपतिनाथ महादेव गर्भ गृह में पानी पहुंचा। बारिश के कारण रात 1:32 बजे शिवना नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मंदिर परिसर में पुलिस अधिकारी पहुंचे। रात ढाई बजे शिवना नदी ने श्री पशुपतिनाथ महादेव का अर्द्ध जलाभिषेक किया। शनिवार सुबह 5 बजे पानी उतरा। सुबह 8:57 बजे तक श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर से शिवना का पानी करीब 4 फीट नीचे उतरा।
ये है हालात
मुक्तिधाम क्षेत्र के मंदिर जलमग्न है। दोनों छोटी पुलिया डूबी हुई है। काला भाटा डेम के 5 गेट खोल दिए गए हैं। सुबह 8 बजे तक गांधीसागर बांध का जलस्तर 1307 फीट तक पहुंच गया था। पानी की आवक 4 लाख 36 हजार 338 क्यूसेक थी। वही 4 हजार 581 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।
मंदिर की साफ-सफाई की गई
सुबह भगवान पशुपतिनाथ मंदिर परिसर से पानी उतरने के बाद मंदिर की साफ-सफाई की गई। सुबह 7 बजे होने वाली प्रातः कालीन आरती 8:30 बजे हुई। इधर नाहरगढ़-बिल्लोद मार्ग पर शिवना नदी पर बनी पुलिया अभी भी डूबी हुई है। पुलिया के ऊपर पानी होने से आवागमन बंद है।