हरियाणा के सोनीपत में विजिलेंस टीम ने एक एएसआई को घूस लेते गिरफ्तार किया है। एएसआई ने धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपी से केस को कमजोर करने के लिए 10 हजार रुपए की मांग की थी। इसके बाद आरोपी ने इसकी सूचना विजिलेंस टीम को दी। वहीं टीम ने योजना बनाकर एएसआई को पैसे के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल विजिलेंस टीम एएसआई से पूछताछ कर रही है, जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हरियाणा के सोनीपत की छोटू राम कॉलोनी निवासी सुरजीत कुहाड़ के खिलाफ अक्टूबर 2022 में सेक्टर-23 निवासी कुलदीप ने शिकायत की थी। कुलदीप ने बिल्डिंग मैटेरियल बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में गया। यहां कोर्ट ने सुरजीत को पुलिस जांच में शामिल होने के आदेश दिया और गिरफ्तारी पर रोक लगा दी।
इस मामले की जांच सोनीपत सेक्टर-23 पुलिस चौकी के ASI बिजेंद्र कुमार के पास थी। सुरजीत ने कोर्ट के आदेश पर अपने खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले में ASI बिजेंद्र से संपर्क किया। सुरजीत का आरोप है कि बिजेंद्र ने इस केस को कमजोर करने के लिए 10 हजार रुपए मांग रख दी। जिस पर सुरजीत ने ASI के सामने खुद के निर्दोष होने और निष्पक्ष जांच करने की बात। लेकिन बिजेंद्र लगातार रिश्वत के लिए दबाव बनाता रहा।
एएसआई से परेशान होकर उसने पूरे मामले की जानकारी विजिलेंस को दे दी। जिसके बाद विजिलेंस रोहतक के इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने बिजेंद्र को रंगे हाथ पकड़ने की योजना तैयार की। इस मामले में डीसी को पूरे मामले की जानकारी देकर डयूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई। फिर डीसी ने सोनीपत बीडीपीओ को इसकी जिम्मेदारी दी। रिश्वत के 10 हजार रुपए के नोटों पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने साइन किए और साथ ही नोटों पर कैमिकल भी लगाया गया। विजिलेंस टीम ने बुधवार देर शाम सुरजीत को योजना के अनुसार एएसआई को 10 हजार रुपए देने के लिए भेजा। यहां जैसे ही एएसआई ने पैसे लिए विजिलेंस ने उसको रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ की जा रही है। उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।