रायपुर: राजधानी रायपुर समेत आसपास के ग्रामीण इलाके में बुधवार सुबह से हो रही बारिश के कारण जगह-जगह पर जलभराव की हालत निर्मित हो गई। दिनभर की बारिश में छोटे व बड़े नाले भर जाने से मुख्य सड़क पर पानी का बहाव होने से लोगों को दिनभर आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। खासकर निचली बस्तियों की हालत खराब रही। तेलीबांधा मरीन ड्राइव से लगे जल विहार कालोनी फिर से जल मग्न हो गया। यही हालात जय स्तंभ चौक, प्रोफेसर कालोनी,अरमान नाला,जगन्नाथनगर, संतोषीनगर, मोतीनगर, बोरियाखुर्द, कमल विहार, डूंडा, सेजबहार, काठाडीह, भाठागांव आदि इलाके में रही। इसके कारण लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रायपुर में नगर निगम 70 फीसदी नालों की सफाई का दावा करती आ रही है। लाकडाउन के दौरान नगर निगम प्रशासन ने साफ-सफाई
का काम शुरू किया था। राजधानी के वार्डवासियों ने कहा कि बरसात के मौसम में हमेशा निचली बस्तियों में जलभराव हो जाता है। वार्डों में नालियों की साफ-सफाई को लेकर वार्डवासियों से बात करने पर बताया गया कि साफ-सफाई जरूर होती है, लेकिन बारिश के दौरान जल विहार कालोनी तेलीबांधा, जयस्तंभ चौक, वीरभद्र नगर, बजाज कालोनी, पुरानी बस्ती इलाके के प्रोफेसर कालोनी, अरमान नाला, राजेंद्रनगर, डीडीनगर, फाफाडीह, जगन्नाथनगर, संतोषीनगर, बोरियाखुर्द, डूंडा आदि इलाकों में हर साल जलभराव होता है।
संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा
वार्ड, बस्तियों में जलभराव के कारण संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका हमेशा बनी रहती है। वार्डवासियों का कहना है कि यहां कई जगह पर नालियों का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश का पानी सड़क पर बहता रहता है।इसके अलावा जर्जर हो चुकी नालियों के कारण भी गंदे पानी का बहाव होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। संबंधित वार्ड के पार्षद से कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।