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5 कॉमन मिथ…जिन पर भरोसा करके लोग करते हैं स्किन केयर में गलती

स्किन केयर की बात करें तो हर किसी की अपनी एक अलग राय होती है और सोशल मीडिया का जमाना है तो हर तीसरी-चौथी वीडियो में लोग आपको अलग-अलग तरीके से कई टिप्स देते नजर आते हैं. इस वक्त बहुत सारे DIY स्किन केयर हैक्स भी पॉपुलर हो रहे हैं, जिन्हें कई बार लोग बिना सोचे-समझे ट्राई भी कर लेते हैं, लेकिन हर सलाह आपके लिए फायदेमंद हो ये जरूरी नहीं है. पिंपल्स से लेकर ड्राई, ऑयली स्किन, सनस्क्रीन यूज करने तक स्किन केयर से जुड़े मिथक होते हैं, जिनपर लोग बहुत ही आसानी से भरोसा कर लेते हैं. इस वजह से वह कई बार स्किन केयर में गलती भी करते हैं. तो अब टाइम है इन मिथकों को तोड़ने का.

आपने भी कई बार अपने दोस्त की किसी तरह की स्किन केयर सलाह मानी हो या फिर सोशल मीडिया पर देखकर कोई रेमेडी का यूज किया हो और उसका रिजल्ट अच्छा न निकले तो ये काफी स्ट्रेस में ला देने वाला होता है. खासतौर पर चेहरे की त्वचा की देखभाल में सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. चलिए जान लेते हैं स्किन केयर से जुड़े कुछ मिथक.

पिंपल्स सिर्फ टीनएज में होते हैं

आज भी बहुत सारे लोगों को यही लगता है कि पिंपल्स सिर्फ टीनएज को ही होते हैं. ये पूरी तरह से सही नहीं है. हार्मोनल बदलाव की वजह से इस उम्र में मुंहासे होना आम समस्या है, लेकिन ये किसी भी उम्र के इंसान को हो सकते हैं. इसके लिए हार्मोनल बदलाव से लेकर खराब खानपान, हाइजीन का ध्यान न रखना, पॉल्यूशन, स्ट्रेस जैसी चीजें जिम्मेदार होती हैं.

ऑयली स्किन को मॉइस्चराइज न करें

लोगों में ये एक बहुत बड़ा मिथक है कि ऑयली स्किन वालों को मॉइस्चराइजर की जरूरत नहीं होती है. इससे उनकी त्वचा और तैलीय हो जाती है. जबकि सच्चाई ये है कि ऑयली स्किन बालों को वाटर या फिर जेल बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए ताकि त्वचा में बिना किसी एक्स्ट्रा ऑयल के नमी बनी रहे.

सिर्फ मेकअप वालों को डबल क्लींजिंग की जरूरत

त्वचा को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है कि डबल क्लींजिंग की जाए. इससे त्वचा गहराई से साफ होती है. बहुत सारे लोगों का ये मानना होता है कि डबल क्लींजिंग की जरूरत सिर्फ उन्हें होती है जो मेकअप ज्यादा लगाते हैं, जबकि आप मेकअप न भी लगाएं तो भी पॉल्यूशन, गंदगी, एक्स्ट्रा ऑयल को हटाने के लिए डबल क्लींजिंग करना जरूरी है.

घर में सनस्क्रीन की जरूरत नहीं

बहुत सारे लोगों को लगता है कि घर पर हैं तो सनस्क्रीन लगाने की जरूरत नहीं है या फिर छांव है तो सनस्क्रीन नहीं लगाते हैं, लेकिन सच ये हैं कि अगर आप घर पर भी हैं या फिर बाहर धूप नहीं भी है तो भी सनस्क्रीन लगानी चाहिए, क्योंकि सनलाइट फेस पर न भी पड़े तो भी यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं, जबकि घर में आप कई बार फोन चलाते हैं या फिर कंप्यूटर पर काम करते हैं तो स्क्रीन लाइट भी त्वचा को नुकसान पहुंचाती है.

नेचुरल चीजों से नुकसान नहीं होता

बहुत सारे लोगों को लगता है कि नेचुरल चीजें त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. अगर आपकी त्वचा को किसी चीज से एलर्जी है तो नेचुरल इनग्रेडिएंट भी नुकसानदायक हो सकता है. हालांकि फर्क बस इतना होता है कि नेचुरल चीजों से त्वचा पर साइड इफेक्ट होते भी हैं तो इनका असर बहुत कम होता है.

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