पिथौरागढ़ में लैंडस्लाइड से बंद हुई सुरंग… अंदर फंस गए 19 मजदूर, अब तक 8 को बचाया

Om Giri
3 Views
3 Min Read

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूस्खलन होने से बड़ा हादसा हो गया. धारचूला के ऐलागाड़ स्थित एनएचपीसी पावर हाउस की टनल का मुहाना बंद हो गया. टनल के मुहाने पर भूस्खलन के बाद भारी मलबा और पत्थर जमा हो गया. टलन का मुहाना बंद होने से उसके अंदर काम कर रहे 19 मजदूर फंस गए. भूस्खलन के बाद मलबा हटाने और टनल के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का काम जारी है. अब तक आठ मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि 11 मजदूर अभी भी फंसे हुए हैं. टनल के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. टनल के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक, शनिवार शाम को ऐलागाड़ में पहाड़ी का एक हिस्सा दरक गया. इससे भारी मात्रा में मलबा और पत्थर एनएचपीसी की टनल के मुहाने पर जमा हो गया. टनल के मुहाने पर मलबा जमा होने से उसके अंदर काम कर रहे 19 मजदूर फंस गए. हादसे की सूचना मिलते ही मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने जाने के लिए युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया.

राहत और बचाव कार्य जारी

डीएम विनोद गोस्वामी ने जानकारी देते हुए कहा कि भूस्खलन होने से टनल का मुहाना बंद हो गया था, जिससे 19 मजदूर उसके अंदर फंस गए थे. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है. सुरंग के मुहाने से मलबा हटाने का काम पूरा हो गया है. इमरजेंसी शाफ्ट एरिया से भी मलबा हटाया जा रहा है. अब तक आठ मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. बाकी बचे 11 मजदूर भी सुरक्षित हैं और उनसे लगातार संपर्क बना हुआ है. जिला प्रशासन, बीआरओ, एनएचपीसी, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ सहित अन्य बचाव दल स्थिति से निपटने और टनल के अंदर फंसे 11 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास जारी है.

टनल के अंदर 11 मजदूर फंसे

धारचूला के एडीएम जितेंद्र वर्मा ने कहा कि धौलीगंगा पावर हाउस को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. हादसे में टलन के अंदर मजदूर फंस गए हैं जिन्हें बार निकलाने का प्रयास किया जा रहा है. टनल के मुहाने पर बार- बार मलबा आ जाने से परेशानी हो रही है. पर्याप्त मशीनरी और सीआईएसएफ, एनडीआरफ की टीम तैनात है.

Share This Article