कौन हैं एबीवीपी के आर्यन मान? बने DU छात्रसंघ के अध्यक्ष, संजय दत्त ने किया था प्रचार

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. एबीवीपी के आर्यन मान ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है. उन्होंने एनएसयूआई के अध्यक्ष पद की उम्मीदवार जोसलीन नंदिता चौधरी को 16196 वोटों से हराकर जीत दर्ज की. मतों की गिनती में उन्होंने पहले राउंड से बढ़त बना रखी थी और आखिरी राउंड तक आगे रहे. आइए जानते हैं डूसू से नए अध्यक्ष के बारे में.
आर्यन मान को कुल 28841 वोट मिले, जबकि जोसलीन नंदिता चौधरी को 12645 वोट मिले. पिछली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई ने जीत दर्ज की थी. मतगणना डीयू के नॉर्थ कैंपस स्थित यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम के मल्टीपर्पज हॉल में सुबह करीब 8 बजे से शुरू हुई थी.
DUSU President Aryan Maan Profie: कहां से की है शुरुआती पढ़ाई?
आर्यन मान मूल रूप से हरियाणा के लोवा कलां गांव के रहने वाले हैं. शुरुआती पढ़ाई बहादुरगढ़ के सेंट थॉमस स्कूल से पूरी हुई है. दिल्ली के वसंत कुंज स्थित जीडी गोयनका स्कूल से उन्होंने 12वीं की पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस के हंसराज कॉलेज से बीकाॅम में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. मौजूदा समय में वह डीयू से एमए लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं.
DUSU President Aryan Maan: नेशनल लेवल के फुटबॉलर
पिछले डूसू चुनाव में भी उनका नाम एबीवीपी की संभावित लिस्ट में आया था, लेकिन उस समय वह चुनाव नहीं लड़ सके. आर्यन मान नेशनल लेवल के फुटबॉल खिलाड़ी हैं. वह दिल्ली की टीम से राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल खेल चुके हैं. डीयू में दाखिला भी उन्हें स्पोर्ट्स कोटे से मिला था.
Who is DUSU New President Aryan Maan: पिता हैं बड़े शराब कारोबारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आर्यन के पिता सिकंदर हरियाणा के एक बड़े शराब कारोबारी है. झज्जर में एडीएस स्पिरिट प्राइवेट लिमिटेड नाम से उनकी शराब बनाने की कंपनी हैं. वह कंपनी के कार्यकारी निदेशक हैं. वह अपने गांव के दो बार सरंपच भी रह चुके हैं.
DUSU Result 2025: कितने पदों पर किसने दर्ज की जीत?
डूसू चुनाव में इस बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद पर जीत दर्ज की है. वहीं उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई ने जीत दर्ज की है. वहीं पिछली बार NSUI ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत दर्ज की थी और एबीवीपी को उपाध्यक्ष और सचिव पद पर जीत मिली थी.