उज्जैन । सतना की नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपित आटो चालक को गुरुवार को जेल भेज दिया गया। कोर्ट ने आरोपित का एक दिन का पुलिस रिमांड दिया था। इस पर पुलिस ने उसकी डीएनए जांच व फारेंसिक जांच के लिए जरूरी सैंपल लिए थे। बुधवार को ही पुलिस व नगर निगम प्रशासन ने आरोपित का सरकारी जमीन पर बना मकान व चाय की गुमटी तोड़ दी थी।
25 सितंबर की घटना
बता दें कि 25 सितंबर को मानसिक रूप से कमजोर सतना की नाबालिग देर रात करीब तीन बजे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में भटक रही थी। उस दौरान आरोपित भरत सोनी उसे अपनी आटो में बैठाकर ले गया और जीवनखेड़ी क्षेत्र में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद वह अर्धनग्न अवस्था में करीब आठ किलोमीटर तक पैदल घूमती रही। इस दौरान उसकी किसी ने मदद नहीं की थी।
आश्रम के रहवासी ने की मदद
बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा चौराहे से करीब दांडी आश्रम के राहुल आचार्य ने उसकी अवस्था देखकर मदद की और पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपित भरत सोनी को गिरफ्तार किया था।
आरोपित ने किया था भागने का प्रयास
पुलिस आरोपित को घटनास्थल जीवनखेड़ी ले गई थी। यहां सोनी ने पुलिसकर्मियों को धक्का देकर वहां से भागने का प्रयास किया था। गिरने से उसके पैर की हड्डी टूट गई थी। कोर्ट ने उसे सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। इंदौर में आरोपित का उपचार चल रहा था।
कोर्ट ने दिए जेल भेजने के आदेश
बुधवार को कोर्ट ने आरोपित का एक दिन का पुलिस रिमांड दिया था। पुलिस उसे इंदौर से उज्जैन लेकर आई थी। यहां डीएनए जांच व अन्य वैज्ञानिक जांच के लिए जरूरी नमूने लिए गए थे। गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने उसे जेल भेजने के आदेश जारी कर दिए।